हरेंद्र रापड़िया/ हप्र
सोनीपत, 6 जुलाई
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) द्वारा पर्यावरण सरंक्षण के लिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 30 जून के बाद ईंट-भट्ठों के संचालन पर रोक लगाए जाने के बावजूद अब भी जिले के कई क्षेत्रों में ईंट-भट्ठों की चिमनियां धुआं उगल रही है। जिसके बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने भी एक्शन लेने की तैयारियां शुरू कर दी है।
बता दें कि एनजीटी द्वारा ईंट-भट्ठों के संचालन के लिए मार्च से लेकर जून माह तक ही छूट दी गई है। नियमों के तहत सोनीपत जिले के काफी संख्या में ईंट-भट्ठे बंद हो चुके हैं। लेकिन अब भी खेड़ी, सेहरी, खांडा क्षेत्रों में ईंट-भट्ठों का संचालन किया जा रहा है। नियमों को ताक पर रखकर भट्ठों में ईंटें पकाई जा रही है। ईंट-भट्ठों की चिमनियां शाम होते ही धुआं उगलती नजर आती हैं। दिलचस्प बात यह है कि दिन के समय अधिकतर ईंट-भट्ठों की चिमनियां बंद रहती हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जारी किए नोटिस
सोनीपत जिले में 200 से अधिक ईंट-भट्ठे मौजूद हैं। एनजीटी के निर्देशों के अनुसार सोनीपत खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने ईंट-भट्ठों के संचालकों को नोटिस जारी किए हैं कि वे इनको तुरंत बंद करें। यही नहीं विभाग ने एक्शन टीमों का भी गठन किया है। जल्द ही ईंट-भट्ठों का निरीक्षण किया जाएगा। कोई ईंट-भट्ठा चलता हुए पाया गया तो एक्शन लिया जाएगा।
ईंटों के भावों में बढ़ोतरी के आसार: दूसरी तरफ ईंट-भट्ठों के बंद होने से अब ईंटों के भावों में भी बढ़ोतरी होने के आसार पैदा हो गए है। जानकारों की माने तो ईंटों का भाव अब धीरे-धीरे 7500 रुपए प्रति एक हजार ईंट तक पहुंच सकता है। जबकि मौजूदा समय में यह भाव 6 हजार से 6500 रुपए प्रति एक हजार ईंट बना हुआ है। ईंट-भट्ठों के बंद होने के बाद अब आगामी फरवरी माह तक ईंटों के स्टॉक को ही बेचने का काम किया जाएगा।
सोनीपत जिले में ईंट-भट्ठा संचालकों को एनजीटी के नियमों के तहत नोटिस जारी किए गए हंै। जल्द ही निरीक्षण टीमें फील्ड पर उतरकर जांच करेगी। अगर किसी संचालक को ईंट-भट्ठा चलता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। नियमों के साथ किसी को भी खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
विंशेल सहरावत, डीएफएससी, सोनीपत
एनजीटी के निर्देशों के अनुसार 30 जून तक ईंट-भट्ठों के चलाने की मंजूरी मिली हुई थी। जिले के अधिकांश ईंट-भट्ठों को बंद कर दिया गया है, अगर किसी क्षेत्र में कोई संचालक भट्ठा चला रहा है तो उसे भी बंद करवाया जाएगा। एसोसिएशन नियमों का पूरी तरह से पालन करती है।
-धर्मेंद्र दहिया, प्रधान, ईंट-भट्ठा एसोसिएशन