शाहाबाद मारकंडा, 23 जून (निस)
किसी को यह अंदाजा भी नहीं था कि जजपा-भाजपा समर्थित प्रत्याशी गुलशन कवातरा पहली ही काउंटिंग में बढ़त लेते चले गए और अंत तक बढ़त में ही रहे और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 6566 मतों से हराया। भाजपा समर्थित प्रत्याशी तिलकराज अग्रवाल मात्र 3278 मतों पर सिमट गए। जिन्हें कांग्रेस के पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी ने भी समर्थन दिया था। इसी प्रकार पूर्व मंत्री के पुत्र गौरव बेदी जिनके चुनाव प्रचार में कृष्ण बेदी ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी वह भी अपने निकटवर्ती प्रतिद्वंद्वी से 120 मतों से हार मिली। अगर यह कहा जाए कि चुनाव एक तरफा था, जिसमें जजपा विधायक रामकरण काला व वर्षों से शाहाबाद की जनता के दुख सुख में खड़े डा. गुलशन कवातरा को भारी बहुमत मिला और जनता ने उनमें अपनी आस्था प्रकट की तो कोई अतिश्योक्ति न होगी। दूसरी ओर अगर यह कहा जाए कि यह चुनाव भाजपा या कृष्ण बेदी के विरोध में था तो कोई संशय न होगा।
इस चुनाव में वार्ड 5 से साहिल कुमार को मात्र 12 मतों से हार मिली जबकि सुनील कुमार बत्तरा 412 मत लेकर विजयी रहे। इसी प्रकार वार्ड नंबर एक में राजेश उप्पल ने भाजपा समर्थित प्रधान पद के प्रत्याशी तिलकराज अग्रवाल की पत्नी मंजू रानी को हराया। वार्ड नंबर 11 से समाजसेवी व रोटरी क्लब के पूर्व प्रधान आर.डी.गुप्ता की पुत्रवधू आरती गुप्ता विजयी घोषित हुई है। सबसे आश्चर्यजनक परिणाम वार्ड नंबर 13 में देखने को मिले जहां पर अनेक बार पार्षद रही नीलम रानी को विधायक रामकरण काला के नजदीकी प्रभजीत सिंह की पत्नी नवनीत कौर ने हरा दिया। जजपा के शहरी प्रधान डा. प्रवीण शर्मा ने विजय प्राप्त की जबकि वार्ड नंबर 16 में रीतू शर्मा ने प्रधान पद के विजयी हुए डा. गुलशन कवातरा की पुत्री युक्ति को हराया। वार्ड नंबर 18 में प्रधान पद के आजाद उम्मीदवार हरीश कवातरा की पुत्रवधू भाविका कवातरा ने विजय प्राप्त की।
क्या माना जाए कि विधायक रामकरण काला ने 2019 का इतिहास दोहराया है तथा भाजपा के लिए यह चुनाव बहुत निराशाजनक रहे हैं। विष्णु भगवान गुप्ता ने कहा कि चुनाव परिणाम जजपा व विधायक रामकरण काला के पक्ष में जनादेश हैं। लोगों का कहना है कि चुनाव में कृष्ण बेदी द्वारा सक्रियता, इतनी रुचि लेना व अपना समर्थन देना भाजपा को महंगा पड़ा।