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हरियाणा की खेल नर्सरियों में लगेगी बायोमीट्रिक हाजिरी

फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सरकार की योजना
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 21 मई

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हरियाणा की खेल नर्सरियों में अब किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हो सकेगी। नर्सरियों में प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ियों के साथ-साथ उनके कोच की बायोमीट्रिक हाजिरी अनिवार्य कर दी जाएगी। यह कदम खिलाड़ियों की फर्जी उपस्थिति और कोच की गैर-हाजिरी की शिकायतों के मद्देनजर उठाया गया है। बायोमीट्रिक प्रणाली से पारदर्शिता बढ़ेगी और कार्यप्रणाली पर सख्त नजर रखी जा सकेगी। प्रदेश सरकार ने इस वर्ष खेल नर्सरियों की संख्या 1500 से बढ़ाकर 2000 करने का फैसला लिया है। इनमें से 500 नर्सरियां सरकारी संस्थानों में और 1500 प्राइवेट संस्थानों में संचालित होंगी। सरकारी सेक्टर में आवंटन हो चुका है, जबकि प्राइवेट संस्थानों के लिए प्रक्रिया जारी है।

कोच और खिलाड़ियों के मानदेय में वृद्धि : सरकार ने कोच का मानदेय भी बढ़ाने का निर्णय लिया है। जूनियर कोच का मासिक मानदेय 20 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया जाएगा, जबकि सीनियर कोच का मानदेय 25 हजार से बढ़ाकर 30 हजार रुपये होगा।

खिलाड़ियों की डाइट मनी में भी वृद्धि की गई है। 8 से 14 वर्ष के खिलाड़ियों को 1500 की बजाय 2000 रुपये, 15 से 19 वर्ष के खिलाड़ियों को 2000 की बजाय 3000 रुपये मासिक डाइट मनी मिलेगी। आवासीय अकादमियों के खिलाड़ियों को प्रति दिन 200 की जगह 500 रुपये दिए जाएंगे।

परफॉर्मेंस रिपोर्ट भी होगी तैयार : अब हर नर्सरी की वार्षिक प्रदर्शन रिपोर्ट तैयार की जाएगी। अच्छा प्रदर्शन करने वाली नर्सरियों को अगले वर्ष प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे गुणवत्तापूर्ण खेल प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जा सके।

शिकायतों के बाद एक्शन में खेल मंत्री

इन नर्सरियां में हर साल 37 हजार से अधिक खिलाड़ियों को अलग-अलग खेलों की ट्रेनिंग दी जाती है। खेल मंत्री गौरव गौतम के पास कई जगहों से खेल नर्सरियों में गड़बड़ होने की शिकायतें आ रही थीं। अधिकांश शिकायतें इस बात को लेकर थी कि नर्सरियों में खिलाड़ियों की जितनी संख्या दर्ज की गई है, उतने खिलाड़ी नहीं हैं। कई नर्सरियों में कोच के भी समय पर नहीं आने की शिकायतें आ रही थीं। इन शिकायतों पर कड़ा नोटिस लेते हुए विभाग ने नर्सरियों में खिलाड़ियों व कोच की बायोमीट्रिक हाजिरी सुनिश्चित करने का फैसला लिया है। जल्द ही सभी नर्सरियों में मशीनें लगाई जाएंगी।

'खेल नर्सरियों की संख्या इस साल 2000 की जाएगी और इसे अगले कुछ वर्षों में चरणबद्ध रूप से 4000 तक पहुंचाया जाएगा। कोच के मानदेय और खिलाड़ियों की डाइट मनी में बढ़ोतरी का फैसला भी इसी दिशा में उठाया गया कदम है। इन नर्सरियों के माध्यम से राज्य से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करना हमारा लक्ष्य है।'  -गौरव गौतम, खेल मंत्री, हरियाणा सरकार

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