भद्रकाली शक्ति महोत्सव : भजन संध्या में झूमे भक्त
पिपली (कुरुक्षेत्र) (निस)
नवरात्रों के आज तीसरे दिन मां भद्रकाली शक्तिपीठ कुरुक्षेत्र में नवरात्रि दिवस देवी के रूप में मां चंद्रघंटा का आह्वान किया गया। मंदिर में महाआरती मुख्य पुजारिन शिमला देवी ने मां भद्रकाली को पंचामृत, दूध, दही, शहद, गंगाजल, केसर, गुलाब जल से स्नान करवाया और मां के स्वरूप का शृंगार किया। मां की आराधना ‘उं देवी चंद्रघंटायै नम:’ मंत्र से की गई। आज मंगला आरती के मुख्य अतिथि किरण एवं अमरजीत सिंह थे। पीठाध्यक्ष पं. सतपाल शर्मा ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र बना हुआ है, जिस वजह से भक्त मां को चंद्रघंटा कहते हैं। देवी चंद्रघंटा आध्यात्मिक शक्ति की प्रतीक है। उन्होंने बताया कि माता चंद्रघंटा देवी का शरीर सोने की तरह चमकता है और इनका वाहन सिंह है। मां भद्रकाली को मां चंद्रघंटा रूप मानकर सफेद फूलों की माला अर्पित की गई, भोग के रूप में मखाने की खीर का भोग लगाया गया।