बेटियों के साथ होने वाले क्राइम पर अंकुश के लिए जागरूकता जरूरी : रेनू भाटिया
यमुनानगर, 22 अप्रैल (हप्र)
बेटियां शक्ति का रूप हैं। वे हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनावा रही हैं। यही वजह है आज बेटियां समाज को नयी दिशा देने का भी काम कर रही हैं। उक्त शब्द हरियाण महिला आयोग की चेयरमैन रेनू भाटिया ने डीएवी गर्ल्स कॉलेज के वुमेन स्टडी सेंटर की ओर से लीगल, पोश व पोक्सो एक्ट पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कहे। गुरुग्राम से आई एडवोकेट रितू कपूर ने भी पोश व पोक्सो एक्ट पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. सुरिंद्र कौर व वूमेन स्टडी सेंटर इंचार्ज डॉ. मोनिका शर्मा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान विश्व पृथ्वी दिवस पर पौधारोपण भी किया।
रेनू भाटिया ने कहा कि किशोरावस्था पार करने के बाद हर लड़की में अपना भला-बुरा सोचने की समझ विकसित हो जाती है। इसलिए वे किसी के बहकावे में न आएं। जब लड़कियों की सुरक्षा की बात आती हैं, तो सबसे पहले उनके साथ हुए क्राइम की घटनाएं जहन में कौंधने लगती हैं। उन्होंने माना कि लड़कियों के साथ साल-दर-साल क्राइम की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन थोड़ी-सी जागरूकता व सतर्कता से उन पर अंकुश लगाया जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों में वूमेंस के साथ हुए अत्याचारों का उदाहरण देते हुए उन्होंने छात्राओं को जागरूक किया।
उन्होंने छात्राओं को कहा कि जीवन में वे लड़कियां व महिलाएं ज्यादा सफल होती हैं, जो शादी से पहले माता-पिता व शादी के बाद सास-ससुर व पति को तरजीह देती हैं। एडवोकेट रितू कपूर ने कहा कि छात्राएं उम्र के जिस पड़ाव से गुजर रहीं हैं, वहां पर ज्यादा संभलने की जरूरत है। जो लड़के स्कूल व कॉलेज में पढ़ाई के दौरान लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ गलत काम करते हैं, उनका उद्देश्य शादी करना नहीं होता।
डॉ. सुरिंद्र कौर ने कहा कि बेटियों को मां-बाप से ज्यादा कोई प्यार नहीं कर सकता। उन्होंने बताया कि पिछले 35 साल से वे छात्राओं को लड़कियों के साथ होने वाले क्राइम के प्रति जागरूक करने का काम कर रही है। इस मौके पर डॉ. दीपिका घई, डॉ. रंजना, डॉ. अमनप्रीत कौर, प्रिया, प्रोटेशन ऑफिसर अरविंद्रजीत कौर, जिला कार्यक्रम अधिकारी तरविंद्र कौर, एडिशनल एसएचओ महिला थाना मुकेश कुमारी, रंजन शर्मा मौजूद रहे।