रोहतक, 6 मार्च (निस)
बेशक, आप स्मार्टफोन, कंप्यूटर के मामले में बेहद सतर्क और चाक-चौबंद यूजर हों। आप इंटरनेट से कोई अनजान फाइल भी डाउनलोड नहीं करते, ईमेल में आने वाले संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करते, बहुत जटिल किस्म के पासवर्ड बनाकर रखते हैं और साइबर सुरक्षा के ताजातरीन साधनों का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही किसी दूसरे स्रोत से आने वाली फाइलों को पहले एंटी-वायरस से स्कैन करते हैं, लेकिन कड़वी हकीकत यह है कि आप कुछ भी कर लें, फिर भी आपका स्मार्टफोन को हैक किया जा सकता है।
हैक का मतलब सिर्फ उसमें घुसपैठ तक सीमित नहीं है, बल्कि ऐसा करने वाले को आपके तमाम टेलीफोन कॉल, कॉन्टैक्ट्स, एसएमएस, फोटो, वीडियो, ईमेल, पासवर्ड और एप्लीकेशन तक की एक्सेस मिल सकती है। इतना ही नहीं आपकी हर सही-गलत, प्राइवेट और पब्लिक गतिविधि उस हैकर की नजर में होगी। वह दूर से ही आपके फोन के जरिए किसी को भी फोन कर सकता है।
साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्कता व सावधानी बहुत जरूरी है और इसी को लेकर पुलिस द्वारा विशेष एडवाइजरी भी जारी की गई है।
पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना ने कहा कि विदेशी नंबरों व किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आई किसी भी फोन कॉल या वीडियो कॉल को न उठाएं ऐसा करने से आपका स्मार्टफोन हैक हो सकता है और न ही व्हाट्सएप या ई मेल पर आए किसी भी संदिग्ध लिंक को क्लिक करें।