नारनौल, 15 जून (हप्र)
बर्खास्त 975 आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को बहाल करने, मानदेय जारी करने, आंदोलन के दौरान बने पुलिस केस वापस लेने और आंगनवाड़ी कर्मियों की मानी गई मांगों को लागू करने की मांग को लेकर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स ने प्रदर्शन किया। इसके अलावा नगर परिषद चुनावों में सत्ताधारी पार्टी व विपक्षी पार्टी सहित निर्दलीय उम्मीदवारों को ज्ञापन सौंपा तथा उनकी मांगों को वायदा पत्र में शामिल करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में राज्य प्रधान कृष्णा मंढ़ाना ने कहा कि सरकार वर्कर्स और हेल्पर्स के साथ भारी विश्वासघात कर रही है। 975 वर्कर्स-हेल्पर्स की सेवा समाप्त कर रखी है। इनमें बड़ा हिस्सा विधवा व एकल महिलाओं का है, जो बेहद गरीब परिवारों से हैं। विभाग व सरकार ने 4 अप्रैल को वायदा किया गया था कि हड़ताल वापसी के साथ ही सभी बर्खास्त कर्मियों की सेवाएं बहाल होंगी। मानदेय जारी होगा और पुलिस केस वापस होंगे। तीन महीने होने जा रहे हैं, लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि पोषण ट्रैकर एप से काम करवाने के लिए भारी दबाव डाला जा रहा है। जबकि 3 साल से पैसा राज्य सरकार के पास आया है लेकिन मोबाइल फोन प्रदान नहीं किए जा रहे। गेंहू चावल के अलावा कोई राशन आंगनवाड़ी में नहीं दिया जा रहा है। प्रदर्शन को एआईयूटीयूसी जिला प्रधान मास्टर सूबे सिंह व जिला सचिव छाजूराम रावत, सावित्री, भानवती, बबीता, जया ने संबोधित किया।