Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

और अब धर्मवीर ने तैयार की शहद की टॉफी और कैंडी

कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने चखा स्वाद
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
यमुनानगर के किसान धर्मवीर द्वारा शहद से तैयार की गई कैंडी कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा को खिलाते हुए। -हप्र
Advertisement

सुरेंद्र मेहता/ हप्र

Advertisement

यमुनानगर,16 जनवरी

टॉफी और कैंडी खाना बड़ों और बच्चों को अच्छा लगता है। पीढ़ी दर पीढ़ी हम देखते हैं कि गोद में उठाए बच्चे जहां भी अपने माता-पिता या दादा दादी के साथ दुकान पर जाते हैं तो वह अपनी पसंदीदा टॉफी या कैंडी की मांग करते हैं। लोगों का मानना है कि इसका सेवन करने से जहां मुंह का जायका बदल जाता है, वहीं इससे कफ व खांसी भी दूर होती है। परंतु इसका ज्यादा सेवन करने से दांत में कीड़ा लगने या इंफेक्शन हो जाने से दांतों के डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। वहीं, डॉक्टर बच्चों को इसका सेवन न करने की सलाह देते हैं। इसी बीच यमुनानगर के प्रगतिशील किसान धर्मवीर, जो कि अपनी मल्टीपर्पज मशीन की वजह से राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं, ने बच्चों के लिए शहद से बनी कैंडी व लालीपॉप तैयार किया है जिसका स्वाद तो अत्यधिक स्वादिष्ट है ही, साथ ही इसमें किसी प्रकार की चीनी या केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया है।

किसान धर्मवीर ने बताया कि शहद से बनी यह कैंडी नींबू, दालचीनी, काली मिर्च व अदरक के रस से युक्त है, जिसे 45 डिग्री पर शहद का वाष्पीकरण करके तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि विदेशों में इस प्रकार की कैंडी अत्यधिक महंगे भाव पर बिकती हैं। अब हमारे देश में बच्चे स्वदेशी कैंडी और टॉफियों का अपने घरों में आनंद उठा सकेंगे। उन्होंने बताया कि यमुनानगर जिला के शहद उत्पादक इससे काफी उत्साहित हैं तथा उन्होंने इस प्रोजेक्ट को जनजाति तक पहुंचने में हर तरह की मदद करने का आश्वासन दिया है। शहद उत्पादकों का मानना है कि इससे हमारे देश का निर्यात बढ़ेगा और किसान की आमदन भी बढ़ेगी। इतना ही नहीं शहद से बनी टॉफियां और कैंडी खाने से बच्चों की सेहत पर बुरा असर भी नहीं पड़ेगा।

किसान धर्मवीर ने बताया कि उनके द्वारा तैयार शहद की कैंडी का स्वाद चौधरी चरण सिंह एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर बीआर कंबोज ने भी चखा और कहा कि देश में तैयार किए गए इस प्रकार के उत्पादन देश के किसानों की दशा और दिशा बदल सकते हैं। किसान धर्मवीर द्वारा मल्टीपर्पज मशीन के माध्यम से तैयार की गई शहद की कैंडी का लुत्फ हरियाणा के कृषि कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने भी उठाया और उन्हें अपनी शुभकामनाएं देते हुए धर्मवीर से मजाक में कहा कि हम तो लोगों को लालीपॉप देने के लिए जाने जाते हैं और आप हमें ही लालीपॉप दे रहे हैं।

इसी बीच कृषि विभाग के अधिकारियों के एक दल ने किसान धर्मवीर द्वारा निर्मित मल्टीपर्पज मशीन की कार्य प्रणाली का अवलोकन किया। उन्होंने आशा व्यक्त की की हरियाणा सरकार द्वारा इस मशीन की अन्य कृषि उपकरणों की भांति किसानों को सब्सिडी पर उपलब्ध कराई जाएगी। यदि ऐसा होता है तो देश के किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में एक क्रांति आएगी।

Advertisement
×