घरौंडा, 29 दिसंबर (निस)
कस्टोडियन विभाग की कब्जा कार्रवाई के तीन दिन बाद जिला प्रशासन ने झुग्गी-झोपड़ी पीड़ितों की सुध ली है। झोपड़ी पीड़ितों को अतिरिक्त उपायुक्त ने दो माह में छत मुहैया करवाने का आश्वासन दिया है।
जब तक आशियाना मुहैया नहीं होता, तब तक वह पटवारखाना के प्रांगण व रैन बसेरा में अस्थाई तौर पर रह सकते हैं। विधायक हरविंद्र कल्याण ने भी मानवीय आधार पर झुग्गी पीड़ितों की हरसंभव मदद के लिए अधिकारियों को कहा है। बुधवार को अतिरिक्त उपायुक्त योगेश कुमार, एसडीएम डॉ. पूजा भारती, तहसीलदार रमेश अरोड़ा, नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा व अन्य अधिकारी पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने पीड़ितों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि दो माह तक उनको छत मुहैया करवाने की कोशिश की जाएगी, तब तक वे पटवारखाने व रैन बसेरे में अस्थाई तौर पर रह सकते हैं।
पक्के मकानों पर भी चली जेसीबी
झोपड़ियों के साथ पक्के मकानों पर भी कस्टोडियन विभाग की जेसीबी चली है। डॉ. बीआर अंबेडकर शिक्षा प्रचार-प्रसार समिति के नेतृत्व में कुछ पीड़ितों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पीड़ित राजेश पुहाल का कहना है कि करीब 250 घर तोड़े गए हैं। कस्टोडियन विभाग से अपील की गई है कि उनकी जमीन वापस दी जाए ताकि वे दोबारा से घर बना सकें।