गुरुग्राम, 6 नवंबर (हप्र)
पंचायत समिति फर्रुखनगर की अध्यक्ष गीता यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे विरोधी धड़े को मुंह की खानी पड़ी। विरोधी धड़े की ओर से पेश किए गए 14 हल्फमानों में सिर्फ 8 समिति सदस्य ही पुष्टि करने पहुंचे। शेष छह समिति सदस्यों ने एडीसी के द्वारा बुलाई गई हस्ताक्षर जांच बैठक से दूरी बनाई। इन्हें अपने हस्ताक्षरों की पुष्टि के लिए एक और मौका दिए जाने की तैयारी की जा रही है। फर्रूखनगर पंचायत समिति की अध्यक्ष गीता यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे एक धड़े ने बैठक बुलाने की मांग पत्र के साथ 14 समिति सदस्यों के हल्फनामे 29 अक्तूबर को डीसी अमित खत्री को सौंपे थे। इस धड़े की मांग पर डीसी ने आगे की कार्रवाई करवाने के लिए डीडीपीओ नरेंद्र सारवान को अधिकृत कर दिया।
फर्जी हलफनामों का लगाया था आरोप
समिति के सदस्यों की मांग पर बैठक बुलाने की तैयारी की जा रही थी कि समिति की अध्यक्ष गीता यादव के समर्थन में 11 सदस्यों ने डीसी के सामने पेश होकर अपने हलफनामे दे दिए। इस धड़े ने आरोप लगाया कि विरोधी खेमे के द्वारा पेश किए गए हल्फनामों में से ज्यादातर फर्जी हैं क्योंकि 22 सदस्यीय समिति में 11 सदस्य उनके साथ है। डीसी अमित खत्री ने झूठे हलफनामों की जांच की जिम्मेदारी एडीसी को सौंप दी। एडीसी के द्वारा विरोधी खेमे की बुलाई गई हस्ताक्षर सत्यापन बैठक में 14 में सिर्फ 8 ही सदस्य पहुंचे। डीडीपीओ नरेंद्र सारवान ने बताया कि बैठक में 8 समिति सदस्यों के हस्ताक्षरों की पुष्टि हो गई। लेकिन अभी छह सदस्य इस बैठक में नहीं पहुंच पाए। इन्हें दोबारा से हस्ताक्षर सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा।