चंडीगढ़, 13 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने विभिन्न विभागों में अलग-अलग 40 पोस्ट के लिए शुरू की भर्ती प्रक्रिया को भी रद्द कर दिया है। अलग-अलग कैटेगरी के लिए कुल 5321 कर्मचारियों का चयन होना था। 2018 से भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। यह फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि आयोग पहले कॉमन एजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) लेगा। यह टेस्ट तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य होगा। अप्रैल में टेस्ट लिए जाने की योजना है। इससे पहले भी आयोग अलग-अलग कैटेगरी की 41 हजार के करीब भर्तियों को वापस ले चुका है। आयोग ने संबंधित विभागों को इस बारे में सूचित कर दिया है। टेस्ट के बाद विभाग आयोग के पास नये सिरे से डिमांड भेजेंगे। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीइटी) का निर्णय लेने और सामाजिक-आर्थिक आधार पर दिए जाने वाले अंकों में बदलाव के बाद भर्तियों को वापस लेने का सिलसिला लगातार जारी है। आवेदक युवाओं को परीक्षा फार्म के साथ भरी गई उनकी फीस लौटाई जाएगी। आयोग ने 2018 और इसके बाद ऐसे तमाम विज्ञापित पदों को वापस लेने की घोषणा की है, जिनकी अभी तक लिखित परीक्षा नहीं हुई है। इनमें पटवारी, ग्राम सचिव और कैनाल पटवारी के पद भी शामिल हैं। अब सभी महकमे दोबारा रिक्त पदों को भरने के लिए मांगपत्र एचएसएससी को भेजेंगे। एचएसएससी ने बृहस्पतिवार को डेढ़ दर्जन महकमों के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया को रद“द करने के आदेश जारी किए हैं।
इनमें फायर आपरेटर कम ड्राइवर के 1646, पटवारी के 588, कैनाल पटवारी के 1100, ग्राम सचिव के 697, सहकारिता समितियां में सब इंस्पेक्टर जनरल के 409, लोक निर्माण विभाग में इलेक्ट्रिशियन के 115 और कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के 237 पद शामिल हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए सभी युवाओं को वन-टाइम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी गई है।