कलायत, 8 सितंबर (निस)
मनरेगा में करीब 4 साल पहले किये गये काम का मेहनताना न मिलने पर नाराज कुराड गांव के मजदूरों ने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें पूर्व में किये गये काम का भी मेहनताना नहीं मिला और ना ही विभाग की ओर से कोई नया काम दिया जा रहा है।
महिला, पुरूष मजदूरों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर पंचायत विभाग के खिलाफ धरना देकर मेहनताना देने की मांग की है।
करीब 2 घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के बाद मौके पर पहुंचे सरपंच सतवीर एवं एबीपीओ सुरेश चहल द्वारा मनरेगा मजदूरों को काम एवं राशि दिलवाए जाने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद गुस्साये मजदूरों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। मनरेगा मजदूर सीमला, किताबों, नीलम, संतोष, कविता, सुमन, कांता, दानी, कमलेश आदि ने बताया कि लंबे समय से विभाग द्वारा उन्हें कोई काम नहीं दिया गया है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है तथा जो चार वर्ष पहले मजदूरों द्वारा नहर, स्कूल, पानी की टंकी व श्मशान घाट व गांव के कच्चे रास्ते पर मनरेगा मजदूरों द्वारा काम किया गया था उसके अभी तक पैसे उन्हें नहीं मिल पाए हैं।
केवल 6 दिन मिलता है काम
गुस्साये मजदूरों ने कहा कि विभाग द्वारा उन्हें महीने में केवल 6 दिन का काम दिया जाता है। ऐसे में उनके लिए परिवार चलाना काफी मुश्किल हो गया है। मजदूरों का कहना है कि 4 साल पहले का तौ पैसा अभी तक आया नहीं ऊपर से केवल 6 दिन का काम दिया जाता है। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द काम एवं पुरानी मजदूरी की राशि दिलाए जाने की मांग की है। एबीपीओ सुरेश चहल ने कहा कि जबसे उन्होंने कार्यभार संभाला है तबसे किसी भी मनरेगा मजदूर की किए गए काम की राशि बकाया नहीं है। अब जो मनरेगा मजदूरों द्वारा काम मांगा गया है उन्हें जल्द ही काम दिलवा दिया जाएगा।