भिवानी, 8 नवंबर (हप्र)
सरकार के इशारे पर भाजपा के नेता न केवल जातिगत जहर घोल रहे हैं, बल्कि जिम्मेदारी भरे पद पर होने के बावजूद असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो बेहद निंदनीय है। यह बात किसान नेता राजू मान ने कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इन नेताओं का मकसद तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे किसान आंदोलन को भड़काने और भाईचारे में फूट डालने का है, लेकिन किसान और मजदूर इनके मंसूबे जान गए हैं और पहचान गए हैं कि ये नेता महज सत्ता के दलाल हैं। मान ने कहा कि जब से केंद्र के साथ हरियाणा में भाजपा ने सत्ता में कदम रखा है, तब से प्रदेश निरंतर विकास से विनाश की ओर बढ़ रहा है। आज किसान को बिजाई के लिए डीएपी नहीं मिल रहा है। इतिहास में यह पहली सरकार है, जिसके चलते थानों में खाद बांटनी पड़ रही है। महिलाओं तक को घंटों लाइन में खड़े होना पड़ रहा है। सरकार की बड़ी विफलता यह है कि उसने समय रहते खाद का स्टॉक नहीं मंगवाया। उन्होंने कहा कि सत्ताधारियों का ध्यान केवल अपने हित साधने पर लगा है और उन्हें गरीब व मध्यम वर्ग के दुख दर्द से कोई सरोकार नहीं है।
सोमवार सुबह कितलाना टोल से किसानों का बड़ा जत्था हांसी प्रशासन के घेराव के लिए रवाना हुआ। उन्होंने कहा कि जब तक किसान कुलदीप राणा को इंसाफ नहीं मिलता और दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होगा हमारा संघर्ष जारी रहेगा। जत्थे में सांगवान खाप से सचिव नरसिंह डीपीई, मास्टर शेर सिंह, कामरेड ओमप्रकाश, गंगाराम श्योराण, रामफल देशवाल, सुखदेव पालवास, सूरजभान सांगवान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, सुशीला घणघस, सरोज श्योराण, अजित, कुलदीप धनाना इत्यादि मौजूद थे। कितलाना टोल पर धरने के 317वें दिन कन्नी प्रधान मास्टर ताराचंद चरखी, शमशेर सांगवान, चंद्र सिंह पैंतावास, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, सतीश सांगवान, कुलदीप पूर्व सरपंच, हरबीर नम्बरदार, दिलावर मलिक, महीपत, रायसिंह, जिलेराम, चेतराम, जिलेसिंह, देवेंद्र, राजेश डोहकी, धर्मबीर, रामकिशन, जितेंद्र नम्बरदार, धर्मचंद, रामकुमार छपार समेत अनेक किसान मौजूद थे।
कृषि विभाग का खाद की दुकानों पर छापा
गोहाना (निस) : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की टीम ने सोमवार को शहर में खाद की दुकानों पर छापेमारी की। टीम ने दुकानों पर डीएपी खाद के स्टॉक और बिल बुक की जांच की। किसानों की शिकायत के आधार पर टीम ने खाद विक्रेता दो डीलरों को नोटिस भी थमा दिए। विभाग की टीम ने दुकानों पर खाद और गेहूं के बीज के सैंपल लिए। विभाग की टीम ने डीडीए डॉ. अनिल सहरावत के नेतृत्व में शहर में जींद मार्ग पर खाद की दुकानों पर छापेमारी की। टीम ने दुकानों पर डीएपी खाद के स्टॉक और बिल बुकों की जांच की। डॉ. सहरावत ने कहा कि किसान केवल जरूरत के हिसाब से ही डीएपी खाद लें। नवंबर के मध्य में जैसे ही गेहूं की बिजाई पीक पर होगी किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी को खाद मुहैया करवाया जाएगा। कोई भी दुकानदार किसी किसान को खाद के साथ गेहूं का बीज या दवाई साथ में लेने के लिए मजबूर न करे। अगर कोई दुकानदार ऐसा करता है तो किसान इसकी सूचना कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संबंधित अधिकारियों को दें। विभाग के गोहाना के एस.डी.ओ. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेहरा के अनुसार दो किसानों की शिकायत के आधार पर खाद विक्रेता दो डीलरों को नोटिस जारी किए गए हैं। किसानों ने इन डीलरों के खिलाफ शिकायत दी थी कि वे डीएपी खाद के साथ गेहूं का बीज लेने के लिए मजबूर करते हैं। इस दौरान विभाग के जिला सोनीपत से क्यू.सी.आई. डॉ. राकेश हुड्डा ने दुकानों से खाद और गेहूं के बीज के सैंपल भी लिए।