Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

विभिन्न संगठनों ने मांगों को लेकर सांसद चौ. धर्मबीर सिंह को सौंपा ज्ञापन

Various organizations submitted a memorandum to MP Dharambir regarding their demands
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

भिवानी, 1 जुलाई (हप्र) : अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी व संयुक्त किसान मोर्चा भिवानी के प्रतिनिधि मंडल ने सांसद चौ. धर्मबीर सिंह को मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में खरीफ फसल 2023 में क्षेमा फसल बीमा कम्पनी द्वारा 350 करोड़ रुपये के बीमा फ्रॉड के विरोध में व रबी फसल 2022-23 का 308 करोड़ रुपये बकाया मुआवजा देने व किसानों की अन्य मांगें शामिल हैं।  भिवानी- महेंद्रगढ़ सांसद चौ. धर्मबीर सिंह के अलावा  राज्यसभा सांसद किरण चौधरी, सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी व भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ को भी ज्ञापन दिया गया।

सांसद चौ. धर्मबीर सिंह के आवास पर दिया ज्ञापन

उन्होंने बताया कि सांसद के आवास पर धर्मबीर सिंह को ज्ञापन सौंपा, राज्यसभा सांसद व सिंचाई मंत्री के आवास पर ज्ञापन उनके पीए दिलबाग नीमड़ी व विधायक के आवास पर उनके पीए आनंद सिंह तंवर को ज्ञापन सौंपा।

Advertisement

इस मौके पर किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल, उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश, सह सचिव कविता आर्य व कर्ण सिंह जैनावास ने यह आरोप लगाया कि क्षेमा बीमा कंपनी ने यह फ्रॉड राज्य के कृषि कल्याण विभाग के डारेक्टर व ज्वाइंटट डायरेक्टर के साथ मिलकर किया।

सांसद चौ. धर्मबीर सिंह से किसानों की मांगें

ऐसे में अब किसान चाहते हैं कि इस फ्रॉड की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो, दोषी गिरफ्तार हो व किसानों को ब्याज समेत बकाया बीमा क्लेम की राशि मिले, 2022-23 का 308 करोड़ रुपये बकाया मुआवजा मिले, किसानों को बकाया ट्यूबवेल कनेक्शन जारी हो, डीएपी, यूरिया खाद की प्रयाप्त आपूर्ति हो, बिजली टावरों व तेल पाइप लाइन का न्यायोचित मुआवजा मिले, बिजली निजिकरण, स्मार्ट मीटर लाने की नीति वापिस हो, बढाए गये बिजली रेट वापिस हो सहित 14 मागों को लागू करवाने के लिए ज्ञापन सौंपे।

किसान प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो 16 जुलाई से लोहारू उपमंडल अधिकारी नागरिक के कार्यालय पर दिन रात 24 घंटे का अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला जाएगा। जब तक बीमा फ्रॉड व बकाया मुआवजे के साथ अन्य मांगों का समाधान नहीं होगा, तब तक पड़ाव जारी रहेगा।

Advertisement
×