रेवाड़ी, 13 जुलाई (हप्र)
धारूहेड़ा के साथ लगते राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी से आ रहे गंदे पानी को लेकर धारूहेड़ा व भिवाड़ी के लोगों में घमासान छिड़ गया है। शनिवार को धारूहेड़ा पालिका के चेयरमैन कंवर सिंह यादव दलबल सहित बॉर्डर पर पानी को रोकने के लिए ट्रैक्टरों में मिट्टी भरकर ले गए थे और रैंप बनाया था। लेकिन रविवार को रैंप को तोड़ने को लेकर भिवाड़ी में महापंचायत बुलाई गई। रेवाड़ी प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और बॉर्डर पर किसी भी प्रकार की स्थिति को निपटने के लिए डीएसपी हैडक्वार्टर रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में लगभग 400 पुलिसकर्मी तैनात किये गए हैं। इस मुद्दे को लेकर दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच बातचीत का दौर भी चल रहा है।
धारूहेड़ा के पीडि़त लोगों द्वारा पानी रोकने के लिए बनाये गए रैंप को तोड़ने से बचाने के लिए तनाव की स्थिति बनी हुई है और रेवाड़ी प्रशासन ने बॉर्डर को जेसीबी व ट्रैक्टर लगाकर ब्लॉक कर दिया है।
अधिकारियों का साफ कहना है कि किसी भी हालत में रैंप को नहीं तोड़ने दिया जाएगा। प्रशासन लगातार हालातों पर नजर रखे हुए हैं। नेशनल हाइवे 919 पर धारूहेड़ा के लोग रैंप तोड़ने के खिलाफ बड़ी संख्या में जमा हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रैंप जलभराव और रसायनयुक्त प्रदूषित पानी को रोकने के लिए बनाया गया है। इस गंदे पानी को धारूहेड़ा के लोग पिछले दो दशकों से झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे किसी तरह का विवाद नहीं चाहते और इसका स्थाई समाधान चाहते हैं। उन्हें भरोसा है कि प्रशासन रैंप नहीं टूटने देगा।
इधर भिवाड़ी में आयोजित महापंचायत स्थल पर भी भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी तैनात दिखाई दिये। दोनों राज्यों के प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर बातचीत से समाधान निकालने की पेशकश की है।
बता दें कि भिवाड़ी शहर ऊंचाई पर और धारूहेड़ा निचाई पर स्थित हैं। बारिश के दिनों में वर्षा का पानी भिवाड़ी से आता है और धारूहेड़ा के सेक्टरों व शहर में घुसा जाता है। केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह इस मुद्दे को लेकर बॉर्डर का दौरा भी कर चुके हैं और अधिकारियों से बातचीत भी की है। हाल ही में रेवाड़ी आये सीएम नायब सिंह सैनी की जनसभा में भी उन्होंने उक्त मुद्दे को उठाया था।