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अटेली नगर पालिका में उप प्रधान पद की दौड़ तेज

मंडी अटेली, 29 मार्च (निस) नगर पालिका अटेली के चुनाव में प्रधान और पार्षदों के शपथ ग्रहण और चार्ज लेने के बाद अब कस्बे में उप प्रधान पद को लेकर रस्साकशी तेज हो गई है। अभी तक इस पद के...
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मंडी अटेली, 29 मार्च (निस)

नगर पालिका अटेली के चुनाव में प्रधान और पार्षदों के शपथ ग्रहण और चार्ज लेने के बाद अब कस्बे में उप प्रधान पद को लेकर रस्साकशी तेज हो गई है। अभी तक इस पद के लिए किसी का नाम स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन समीकरण बनने लगे हैं। 2 मार्च को हुए चुनावों में कस्बे के मतदाताओं ने वैश्य समुदाय से चेयरमैन चुना। अब कस्बे में यह चर्चा जोरों पर है कि उप प्रधान रेलवे लाइन के पार से चुना जाना चाहिए, जिससे संतुलन बना रहे।

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कस्बे के मध्य से गुजरने वाली रेल लाइन इसे दो हिस्सों में बांटती है—एक दक्षिणी और दूसरा उत्तरी। वार्डों के लिहाज से उत्तर दिशा मजबूत है, जिसमें वार्ड 1, 2, 3 (आधा), 4, 10, 11 और 12 आते हैं। आमतौर पर परंपरा रही है कि यदि चेयरमैन अंदरूनी क्षेत्र से बनता है तो उप प्रधान बाहरी क्षेत्र से चुना जाता है। इसी समीकरण के तहत अब रेलवे लाइन के पार से उप प्रधान चुने जाने की मांग उठ रही है।

गुटबाजी तेज : 27 मार्च को प्रधान संजय गोयल ने चार्ज संभाला, जहां 12 में से 10 पार्षद उपस्थित थे। चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे भूपेश गुप्ता, पूर्व चेयरमैन विकास यादव और पवन बाछौदिया का गुट उप प्रधान पद के लिए रणनीति बना रहा है। उनके पक्ष में तीन पार्षद खुले तौर पर बताए जा रहे हैं, जबकि अशोक जांगड़ा और स्नेहलता शपथ ग्रहण के दौरान अनुपस्थित थे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि उप प्रधान का पद किसे मिलता है।

क्या कहते हैं नियम?

नपा सचिव अनिल कुमार ने बताया कि हरियाणा नगरपालिका एक्ट, 1978 के अनुसार नगर पालिका में उप प्रधान का पद होता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद यह पद सृजित होता है और बहुमत रखने वाला गुट उप प्रधान चुन सकता है।

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