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धान की सीधी बुवाई के लिए 10 हजार एकड़ का लक्ष्य

हिसार, 10 जून (हप्र) कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा नजदीक 2025 के दौरान फसल विविधीकरण एवं जल संरक्षण को प्रोत्साहन योजना के तहत किसानों को धान की सीधी बुवाई हेतु प्रेरित करने के लिए विभिन्न मदों में सहायता राशि...
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हिसार, 10 जून (हप्र)

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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा नजदीक 2025 के दौरान फसल विविधीकरण एवं जल संरक्षण को प्रोत्साहन योजना के तहत किसानों को धान की सीधी बुवाई हेतु प्रेरित करने के लिए विभिन्न मदों में सहायता राशि उपलब्ध करवाने का लिया गया है।

यह जानकारी देते हुए उप कृषि निदेशक राजबीर सिंह ने बताया कि हरियाणा में 12 जिलों में इस योजना को चालू किया गया है, जिसमें हिसार जिला भी शामिल है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 10 हजार एकड़ में धान की सीधी बुवाई हेतु 4.50 करोड़ राशि का प्रावधान किया गया है। प्रत्येक किसान को धान की सीधी बुवाई हेतु प्रति एकड़ 4500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। किसान प्रोत्साहन राशि के लिए अधिकतम क्षेत्रफल की कोई सीमा नहीं है। इच्छुक किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 10 जुलाई तक पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। उप कृषि निदेशक ने बताया कि कमेटी के सत्यापन उपरांत राशि संबंधित किसानों के खातों में डाल दी जाएगी। किसानों की जानकारी के लिए उपमंडल हिसार एवं हांसी द्वारा धान की सीधी बिजाई प्रशिक्षण हेतु 40 प्रशिक्षण शिविर लगाने हेतु 4 लाख का प्रावधान किया गया है।

सहायक कृषि अभियन्ता ने बताया कि इसके अतिरिक्त 40 डीएसआर मशीनों पर प्रति मशीन 40 हजार रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा, जो 2 स्कीमों 25000-15000 स्मैम के अन्तर्गत उपलब्ध होगा। इसके लिए किसानों के पास ट्रैक्टर की वैध आरसी तथा किसानों द्वारा पिछले तीन वर्षों में मशीन अनुदान पर न दी हो। धान की सीधी बुवाई तकनीक में समय, पानी, ऊर्जा एवं पर्यावरण की बचत होती है।

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