तूफान ने मचाई तबाही, धमाके के साथ बिजली गुल
नारनौल, 25 मई (हप्र)
क्षेत्र में शनिवार रात्रि को आए तेज तूफान के कारण काफी नुकसान हुआ है। शनिवार रात करीब 12 बजे अचानक मौसम ने करवट बदली और तेज आंधी के साथ बारिश ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। तेज हवाओं से कई घरों की छतों पर रखे टीन और टप्पर उड़ गए, पेड़ धराशायी हो गए और सैकड़ों पक्षी काल का ग्रास बन गए। तेज बारिश के चलते तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आई, जिससे भीषण गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन रातभर चली अफरा-तफरी से लोग सहमे रहे। आंधी व तूफान के कारण सबसे ज्यादा नुकसान बिजली निगम को हुआ है। निगम के सैकड़ों पोल टूट गए। इसके अलावा अनेक पेड़ टूट गए, अनेक पक्षी काल का ग्रास बन गए।
वहीं नांगल चौधरी में नई बिछाई गई करीब 20 किलोमीटर लंबी 132 केवी लाइन पुरानी हाई वोल्टेज लाइन पर गिर गई। इससे कस्बे में जोर का धमाका हुआ। जिसके बाद पूरे कस्बे सहित आसपास के गांवों की लाइट गुल हो गई। इस लाइन का आज ही टेस्टिंग उद्घाटन होना था।
हैरान करने वाली बात यह रही कि इस नई लाइन को पुरानी लाइन के ठीक ऊपर से क्रॉसिंग करते हुए बिछाया गया था। तूफान के दौरान जब यह नई लाइन गिरी, तो वह सीधे पुरानी लाइन पर आ गिरी, जिससे भीषण शॉर्ट सर्किट हुआ और पूरे इलाके की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि रात 12 बजे जब दोनों हाई वोल्टेज लाइनें टकराई, तो ऐसा लगा जैसे यहां पर बम विस्फोट हो गया हो। भय और अव्यवस्था की स्थिति में वार्ड 3 के लोग घरों से बाहर निकल आए। घटना के बाद से नांगल चौधरी सहित आसपास के कई गांवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है। वहीं विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे जरूर, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब देने में असफल रहे।
इसके अलावा जिला में अनेक जगहों पर बिजली के अन्य पोल भी टूट गए, जिसके चलते शहर व ग्रामीण क्षेत्र में बिजली बाधित रही। अनेक स्थानों की समाचार लिखे जाने तक बिजली सप्लाई बाधित रही तथा बिजली कर्मी पूरी दिन बिजली के फाल्ट व पोलों को देखते नजर आए।
हजारों कबूतरों के लिए भी यह तूफान काल बनकर टूटा। शहर के विभिन्न हिस्सों में सुबह जैसे ही लोग जागे, उन्होंने देखा कि सड़कों, गलियों और मैदानों में बड़ी संख्या में कबूतर मृत अवस्था में पड़े थे। अकेले नांगल चौधरी के वार्ड नंबर 3 में ही दो अलग-अलग स्थानों पर हजारों कबूतर मृत पाए गए। इन पक्षियों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार करने की जिम्मेदारी समाजसेवियों
ने उठाई।
स्थानीय निवासी विजय प्रजापत और उनकी टीम ने कबूतरों को एकत्र किया और स्वच्छता का ध्यान रखते हुए गड्ढा खोदकर उसमें नमक डालकर विधिवत रूप से उन्हें दफनाया। इस कार्य में विजय के साथ शनि, नीरज, नवीन, प्रिंस सोनी, भावेश, आयुष्मान और आशीष शर्मा का विशेष योगदान रहा।
हुडा सेक्टर से शिव कालोनी को आवागमन बाधित : शनिवार को आए तूफान के साथ बारिश होने पर ही हूडा सेक्टर से शिव कॉलोनी नई कचहरी को जोडऩे वाली सड़क का आवागमन बाधित हो गया। लगभग सात-आठ महीने पहले विभाग की नासमझी की वजह से सड़क तोडक़र सीवर लाइन डाली गई थी, जबकि हूडा में लगभग 6 फुट जगह दोनों तरफ ग्रीन बेल्ट (कच्ची जमीन) सीवर, पानी की लाइन के लिए छोड़ी गई है। नई सीवर लाइन दो जगह से डैमेज होकर रिपेयर भी हो चुकी है। उक्त जगह पर पानी खड़ा होने व आने जाने वाहनों के कारण सीवर लाइन दोबारा टूटने से समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिसके चलते यहां से आवागमन करने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मकान की छत पर लगा बीएसएनल टावर गिरा
रोहतक (निस) : शनिवार देर रात अचानक मौसम ने करवट ली और तेज हवाओं से साथ आधी शुरू हो गई। तेज आधी के चलते शहर में कई स्थानों पर लोगों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा, वहीं गनीमत रह रही है कि कोई जनहानि नहीं हुई। तेज आधी के चलते कई स्थानों पर बड़े-बड़े पेड़ टूट कर गिर गए। साथ ही बिजली की तारें भी टूट गईं, जिसके चलते 12 घंटे से ज्यादा समय तक शहर में कई स्थानों पर बिजली गुल रही और इस दौरान लोगों के घरों में लगे इन्वर्टर भी ठप हो गए। लेकिन बाद में बिजली समस्या का समाधान कर दिया गया। उधर, सूर्या नगर कालोनी में स्थित एक मकान के ऊपर लगा बीएसएनल का टावर टूट गया और साथ लगते मकान की छत पर जा गिरा, जिससे मकान को नुकसान जरूर हुआ, लेकिन जान की कोई हानी नहीं हुई। सूचना मिलते ही बीएसएनल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। वहीं पाडा मोहल्ला में त्रिवेणी का विशाल पेड़ गिरने से सडक़ पर खड़ी दो गाड़ियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं।