शोधार्थियों, वैज्ञानिकों ने प्रस्तुत किए शोध-पत्र
गुरुग्राम, 6 फरवरी (हप्र)
गुरुग्राम विश्वविद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत हो चुकी है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एसके तोमर, मेघा सुंगर, उप निदेशक, यूएसआईईएफ, फुलब्राइट इंडिया, प्रो. धनंजय सिंह, प्रो. गिरीश्वर मिश्रा और डॉ. राजीव कुमार सिंह (गुरुग्राम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार) की उपस्थिति में संगोष्ठी का शुभारंभ हुआ। पहले दिन दो सत्रों का आयोजन किया गया। जिसमें पांच देशों से आए शोधार्थियों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ एसके तोमर ने बताया कि इस संगोष्ठी में कार्यस्थल कल्याण, डिजिटलीकरण और समग्र मानसिक स्वास्थ्य जैसे विषयों पर छह तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। इसके साथ ही 85 शोध प्रस्तुतियां, सांस्कृतिक गतिविधियों और विशेषज्ञ चर्चाएँ भी होंगी एवं कल समापन कार्यक्रम के तहत कंकरोला गांव में एक सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जो सामाजिक जिम्मेदारी पर प्रकाश डालेगा, आगे कुलपति ने बताया कि साइको-हार्मनी 2025 का उद्देश्य अंतः विषय अंतर्दृष्टि के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य क्षितिज का विस्तार करना, शोधकर्ताओं, चिकित्सकों और शिक्षाविदों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है। दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन के पहले दिन देश विदेश से आए विशेषज्ञों ने छात्रों को अनुसंधान को बढ़ावा देना हेतु विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि प्रो. धनंजय सिंह ने डॉ. गायत्री रैना और उनकी पूरी टीम को इस आयोजन के लिए बधाई दी।