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भ्रष्टाचार की जांच व कौशल रोजगार निगम की मांग को लेकर पीजीआई कर्मचारी सड़क पर

बोले -ठेकेदार के शोषण से मुक्ति दिलाए सरकार
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पीजीआई रोहतक
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रोहतक, 2 जून (हप्र)

हरियाणा कौशल रोजगार निगम में सम्मिलित किए जाने की मांग व पीजीआई के अधिकारियों पर ठेकेदार के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर आउटसोर्स कर्मचारियों ने सोमवार को स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर विजय पार्क में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी।

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हड़ताली कर्मचारियों का आरोप है कि पूर्व में हुई हड़ताल के समय पीजीआई प्रशासन व कर्मचारियों में सहमति बनी थी कि जल्द ही कर्मचारियों को ठेकेदार के शोषण से मुक्त करवाकर कौशल रोजगार निगम में सम्मिलित किया जाएगा लेकिन कर्मचारियों को कौशल रोजगार में सम्मिलित किया जाना तो दूर की बात पूर्व की हड़ताल के पश्चात ठेकेदार ने कर्मचारियों का और भी ज्यादा शोषण करना शुरू कर दिया।

कर्मचारी नेताओं अभिषेक, महेश, विकास, अमित आदि ने आरोप लगाया कि बिना किसी कारण के कर्मचारियों की सैलरी काट दी जाती है। पीजीआई में चल रहे इस भ्रष्टाचार के खिलाफ जब पीजीआई के कर्मचारियों ने इसकी शिकायत कुलपति को की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायत के बाद जांच के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है। उल्टा शिकायत करने वाले कर्मचारियों का ही शोषण किया जा रहा है। पीजीआई प्रशासन भ्रष्टाचार व कौशल रोजगार के नाम पर कर्मचारियों को गुमराह कर रहा है।

हड़ताली कर्मचारियों ने बताया कि आज जब सुबह हड़ताल शुरू हुई तो ठेकेदार द्वारा रिलीवर के नाम पर लगाए लोगों को भेज कर हड़ताल की शांति को भंग करने का प्रयास किया लेकिन हड़तालरत कर्मचारियों की समझदारी के कारण टकराव टला और डायल 112 ने आकर तुरंत स्थिति को संभाला। कर्मचारियों ने हड़ताल के दौरान दिन भर कौशल रोजगार में सम्मिलित करो, भ्रष्टाचार मुक्त करो, पीजीआई प्रशासन मुरादाबाद के नारे लगाए।

कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सवाल यह है कि सिक्योरिटी सर्विस के एक सुपरवाइजर सौरव को सबूत को मिटाते हुए पकड़े जाने की शिकायत के बावजूद भी पीजीआई प्रशासन मौन क्यों है? आज हालात ये है कि पी.जी.आई. मे छोटे-छोटे मासूम बच्चों की समय पर वेंटिलेटर ना मिलने के कारण मौत हो रही हैं, लेकिन संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी ठेकेदार के माध्यम से अपनी और ठेकेदार की काली कमाई से जेब भरने का काम कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक 100 करोड़ के घोटाले की जांच पूरी कर दोषियों को सजा नहीं मिलती और उन्हें कुशल रोजगार निगम में शामिल नहीं किया जाता तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

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