साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं, अपितु दिशाबोधक भी होता है : लक्ष्मण यादव
रेवाड़ी, 17 मार्च (हप्र)
साहित्यिक संस्था मित्रम ् के तत्वावधान में कार्यक्रम ‘एक वासंती शाम-रेवाड़ी के नाम’ में संगीत, रंगमंच तथा साहित्य की मनोहरी प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। रेवाड़ी विधायक लक्ष्मण सिंह यादव मुख्यातिथि रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय शहीद फाउंडेशन के संयोजक मेजर टीसी राव ने की व अधिवक्ता नरेश चौहान ने स्वागत अध्यक्ष की भूमिका निभाई। पुस्तक प्रदर्शनी, नाट्य मंचन, विचार गोष्ठी तथा पुस्तक लोकार्पण इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे। साहित्यकारों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक यादव ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं, अपितु दिशाबोधक भी होता है, इसलिए साहित्यकारों की जिम्मेवारी तथा योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम में जहां रेवाड़ी जिले के 2 दर्जन से ज्यादा साहित्यकारों की शताधिक कृतियों की प्रदर्शनी आयोजित की गई, वहीं वरिष्ठ साहित्यकार विपिन सुनेजा ‘शायक’ की नव प्रकाशित कृति ‘रेवाड़ी से बोल रहा हूँ’ का लोकार्पण तथा उन्हीं द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटिका रेवा नगरी का मंचन व रेवाड़ी के 5 कवियों की रचनाओं की गीतमाला प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में समाजसेवी सतेंद्र प्रसाद टपूकड़ा, सुधीर भार्गव, दिनेश कपूर तथा नरेश चौहान एडवोकेट ने क्रमश: शिक्षा, इतिहास, सामाजिक सरोकार तथा राजनीति पर विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंत में साहित्यकारों व कलाकारों को सम्मानित किया गया, जिनमें हास्य कवि हलचल हरियाणवी, प्रोफेसर रमेश चंद्र शर्मा (रेवाड़ी), त्रिलोक कौशिक, चंद्रशेखर शर्मा (गुरुग्राम), मंतोष कोसला (दिल्ली) शमशेर कोसलिया, विजयपाल सेहलंगिया (महेंद्रगढ़) आदि का नाम उल्लेखनीय है। पुस्तक प्रदर्शनी के उद्घाटन से प्रारंभ हुए इस साहित्यिक महोत्सव में मानवी भारद्वाज का स्वागत गीत तथा साहित्यिक संस्था मित्रम ् के संयोजक ऋषि सिंहल ने शाब्दिक अभिनंदन प्रस्तुत किया।
संगीतज्ञ श्रीपति शेखावत, अजय शर्मा, डॉ. हरिप्रकाश, संजीता यादव, गीतांजलि शर्मा, सुषमा अग्रवाल तथा पूनम भारद्वाज की गीतमाला तथा वरिष्ठ रंगकर्मी गोपाल शर्मा, लवली सोनी, ललित वर्मा, सुहाना, समीक्षा, आराध्या, योगेश कौशिक अजय शर्मा का अभिनय सराहा गया। आयोजन समिति की ओर से खूबराम सैनी, सत्यप्रकाश सैनी, युवराज, राजेश भुलक्कड़, नाहर सिंह आदि ने कार्यक्रम के विभिन्न प्रभार संभाले।