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स्वीटी बूरा और दीपक हुड्डा विवाद पर खाप चौधरियों ने जतायी चिंता

जींद, 2 अप्रैल (हप्र)अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी स्वीटी बूरा और दीपक हुड्डा के विवाद पर खाप पंचायतों ने चिंता जताते हुए कहा कि इस विवाद से समाज की बदनामी हो रही है। जींद की माजरा खाप के प्रधान गुरविंद्र सिंह,...
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जींद, 2 अप्रैल (हप्र)अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी स्वीटी बूरा और दीपक हुड्डा के विवाद पर खाप पंचायतों ने चिंता जताते हुए कहा कि इस विवाद से समाज की बदनामी हो रही है।

जींद की माजरा खाप के प्रधान गुरविंद्र सिंह, कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला, जुलाना बारहा के प्रधान बसाउ राम लाठर, माजरा खाप प्रवक्ता समुंद्र फोर ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि अर्जुन अवॉर्डी ये दो बच्चे देश का गौरव हैं। आज इनकी लड़ाई सड़क पर आ गई है, जो समाज के लिए चिंता और बदनामी का विषय है। तलाक के केस कोर्ट-कचहरी में हजारों की संख्या में चल रहे हैं, लेकिन इनकी कहीं कोई चर्चा नहीं हो रही। इन दोनों खिलाड़ियों का नाटक सड़कों पर चल रहा है, जिससे समाज की बदनामी हो रही है। खाप पंचायतों ने इन खिलाड़ियों से सम्पर्क कर निवेदन किया है कि वो मीडिया में अपने विवाद को ले जाने से परहेज़ करें। अपने विवाद को समाजिक तौर पर समाज में निपटाएं।

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खाप चौधरियों ने कहा कि लिव इन रिलेशनशिप में रह कर पहले भी इन खिलाड़ियों ने समाज को अच्छा संदेश नहीं दिया। अब शादी करके तो खुशी- खुशी जीवन व्यतीत करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एक पक्ष ने कुछ खाप चौधरियों से मिल कर आश्वासन दिया है कि वो मीडिया पर नहीं बोलेंगे। दोनों बच्चों की खाप पंचायत के चौधरी विवाद के समाधान के लिए इनसे सम्पर्क कर रहे हैं। माजरा खाप पंचायत महासचिव महेन्द्र सिंह सहारण ने दोनों खिलाड़ियों के परिजनों से निवेदन है कि मिल बैठकर समाजिक रुप से इस विवाद को खत्म करें। बातों से ही विवाद का समाधान निकलेगा।

असामाजिक कानूनों को बताया फसाद की जड़

खाप चौधरियों ने सारे फ़साद की जड़ असामाजिक कानूनों को बताया और कहा कि लिव इन रिलेशनशिप, समलैंगिक विवाह जैसे कानून इस विवाद की मूल जड़ हैं। सरकार को इन्हें रद्द करना चाहिए। इन असामाजिक कानूनों को रद्द करने से सरकार को कोई नुकसान भी नहीं होगा।

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