गुरुग्राम, 3 जून (हप्र)
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा ने मंगलवार को जीएमडीए कार्यालय में 16वीं समन्वय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में विभिन्न मुद्दों और अंतर-विभागीय समन्वय और कार्रवाई की आवश्यकता वाले मामलों पर चर्चा की गई। बैठक में एचएसवीपी की प्रशासक वैशाली राणा, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया और जीएमडीए, एमसीजी और नगर निगम मानेसर के अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि मास्टर रोड में आने वाली भूमि पर अतिक्रमण या संरचनाओं को हटाने से संबंधित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाए ताकि सड़कों के विकास के साथ-साथ जल आपूर्ति, जल निकासी और सीवरेज बुनियादी ढांचे को बिछाने से संबंधित परियोजनाओं में तेजी लाई जा सके।
उन्होंने एचएसवीपी को किसी भी मुआवजे से संबंधित मुद्दों को समय पर हल करने और खाली की गई भूमि को जीएमडीए को सौंपने का भी निर्देश दिया, जहां प्राधिकरण द्वारा बुनियादी ढांचे के विकास कार्य की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि एक बार जब जमीन किसी मुकदमे या अदालती मामले से मुक्त हो जाती है, तो जीएमडीए को जमीन पर तुरंत अधिग्रहण लेना चाहिए और नागरिकों को पर्याप्त नागरिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए बिना देरी के विकास कार्य शुरू करना चाहिए। जीएमडीए अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किया गया कि प्राधिकरण ने सेक्टर 81/82, रामपुरा पटौदी रोड के 200 मीटर सड़क के हिस्से को कोर्ट मैटर के निपटारे के बाद एचएसवीपी से अपने कब्जे में ले लिया था और अब वहां सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है।