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आंधी-बारिश से सैकड़ों पेड़-खंभे गिरे; बिजली आपूर्ति ठप, जेई निलंबित

गुरुग्राम में 74 एमएम बारिश, सोहना क्षेत्र में 55 खंभे व ट्रांसफार्मर टूटे
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जींद में बारिश के बाद सिविल अस्पताल में भरा पानी। -हप्र
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गुरुग्राम, 25 मई (हप्र)

हरियाणा में शनिवार रात को आंधी के साथ हुई जोरदार बारिश से गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, भिवानी, चरखी दादरी सहित कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हो गया। कई जिलों में सैकड़ों बिजली खंभे और पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई तो कई जगह सड़कों पर पानी भरने की समस्या का सामना करना पड़ा।

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गुरुग्राम नगर निगम द्वारा हाल ही में किए गए ड्रेनों, सीवरेज और जीटी सफाई व मरम्मत कार्यों के सकारात्मक परिणाम दिखाई दिए। रातभर हुई 74 एमएम बारिश के बाद, शहर के काफी हिस्सों में जलभराव की समस्या नहीं आई और जल निकासी का कार्य निर्बाध रूप से हुआ। बरसात के दौरान इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने जल निकासी व्यवस्था का जिम्मा उठाया और बागवानी टीम ने टूटे हुए पेड़ों को हटाने का काम शुरू किया। नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि निगम व जीएमडीए द्वारा मानसून से पूर्व जल निकासी के पुख्ता प्रबंध करने की दिशा में संयुक्त रूप से कार्य किया जा रहा है। शनिवार और रविवार की रात्रि को गुरुग्राम में आए तेज तूफान के कारण नगर निगम सीमा क्षेत्र में कुल 34 पेड़ों के गिरने की सूचना प्राप्त हुई। इस पर नगर निगम गुरुग्राम की बागवानी शाखा ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। सहायक अभियंता सचिन यादव के नेतृत्व में टीमों ने मौके पर पहुंचकर पेड़ों को हटाने का कार्य किया। बागवानी शाखा की इस मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई की स्थानीय नागरिकों ने सराहना की है। निगम प्रशासन ने बताया कि भविष्य में भी किसी आपदा की स्थिति में इसी प्रकार तेजी से कार्यवाही की जाएगी ताकि जनसुविधाएं प्रभावित न हों।

जींद में बारिश के बाद  सड़क पर गिरे पेड़ को काटकर हटाने में जुटे कर्मचारी। -हप्र

मोटर पंप बेकार पड़ा रहा, नहीं करवा सके बिजली कनेक्शन की व्यवस्था

नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने कार्य में लापरवाही बरतने और निर्देशों की अवहेलना करने पर कनिष्ठ अभियंता रविन्द्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई तब की गई जब सेक्टर-15 स्थित गुलमोहर पार्क के संपवेल पर लंबे समय से मोटर पंप बेकार पड़ा था और बार-बार निर्देश देने के बावजूद बिजली कनेक्शन की व्यवस्था नहीं की गई। गत दिनों निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था। निगमायुक्त ने पूरे मामले की विस्तृत जांच के निर्देश भी दिए हैं।

दो दिन में सुचारू होगी िबजली सप्लाई

शनिवार रात को आंधी से जनजीवन तो अस्त-व्यस्त हुआ ही, बिजली विभाग को भी काफी नुकसान हुआ। क्षेत्र के गांव निमोठ पावर हाउस से सप्लाई होने वाली बिजली बाधित हो गई। इस क्षेत्र में 55 खंभे और आधा दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर टूटकर गिर गये। काफी पेड़ भी टूट गए और बिजली की तारों पर आ गिरे। बिजली बंद होने के चलते पीने का पानी लोगों को नहीं मिल पा रहा। एसडीओ मुकेश गौड़ के मुताबिक बिजली कर्मचारी लाइन की बहाली के लिए काम कर रहे हैं। बिजली सुचारू होने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है। लोगों को जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति मिले, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। अगर बरसात जल्द ही नहीं आती है तो लाइन को शुरू करने में काफी आसानी होगी।

जींद में भी तबाही, रात भर बिजली रही गुल

जींद (हप्र) : जिले में शनिवार देर रात आई आंधी और तेज बारिश अपने साथ बड़ी आफत लाई। मानसून से पहले बारिश ने जींद में बरसाती पानी निकासी इंतजामों की पोल भी खोल दी। आंधी में बिजली के 200 से ज्यादा बिजली पोल और पेड़ गिर गए तो कई जगह शेड आंधी में उड़ गए। घरों की छतों पर और खेतों में ट्यूबवेलों की सोलर प्लेट टूट गई। इससे रात भर ब्लैक आउट की स्थिति रही।

अर्बन एस्टेट कॉलोनी के घरों में पानी भर गया, जिसे निकालने में लोगों की पूरी रात लग गई। जिले में औसत 32 एमएम बारिश दर्ज की गई। जींद में सबसे ज्यादा 67 एमएम, जुलाना में 51 एमएम, पिल्लूखेड़ा में 48 एमएम, नरवाना में 27 एमएम, अलेवा में 20 एमएम, सफीदों में 6 एमएम और उचाना में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई। जींद शहर में मानसून से पहले की इस तेज बारिश ने जींद में बरसाती पानी निकासी इंतजामों की पोल खोल दी। बारिश के पानी से सीवरेज ओवरफ्लो होकर बैक मारने लगे और अर्बन एस्टेट समेत दूसरी कॉलोनियों के घरों में बरसाती पानी भर गया। सुबह शहर के तमाम पार्क बरसाती पानी में डूबे नजर आए।

बारिश के साथ गिरे ओले, बिजली हुई गुल

रात को लगभग 11 बजे अचानक से मौसम बदला और तेज आंधी शुरू हो गई। करीब 20 मिनट तक आई आंधी के बाद बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ ओले भी गिरे। ग्रामीण क्षेत्र में सुबह 9 बजे तक भी बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। उचाना क्षेत्र में सेढ़ा माजरा बिजली घर से लगने वाली लाइन के दो पोल और एक ट्रांसफार्मर गिर गया। उचाना खुर्द गोशाला एपी लाइन के भी दो पोल आंधी की वजह से टूट गए। सेढ़ा माजरा में विकास फौजी के घर में भैंसों के चारे के कमरे की छत उड़ गई। जींद शहर में कुछ कॉलोनियों में पानी भर गया। बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिले भर में कई जगह पोल टूटे हैं। बुआना गांव के सुरेद्र, शुभम, महेंद्र, भोलू, रजनेश के खेतों में लगी सोलर प्लेट टूट गई। जींद के खरकरामजी गांव के निराकार मंदिर के टीन के शेड आंधी में टूट गए तो जुलाना की गौशाला का टीन भी उड़ गया।

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