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Haryana News : जारी हो रहे खसरा नंबर, धड़ल्ले से काटी जा रही कॉलोनियां

अवैध कॉलोनाइजेशन रोकने का मामला
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प्रतीकात्मक चित्र
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जसमेर मलिक/हप्र

जींद, 16 दिसंबर

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डीसी मोहम्मद इमरान रजा जहां एक तरफ जिले में अवैध कॉलोनाइजेशन पर रोक लगाने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जींद में जिला नगर योजनाकार विभाग की ठीक नाक के नीचे अवैध कॉलोनाइजेशन जोरों पर है। जींद में अवैध कॉलोनाइजेशन का नया फ्रंट हुडा सेक्टरों से हांसी ब्रांच नहर की तरफ जाने वाले रोड पर खुला है। यहां लगभग साढ़े 4 एकड़ कृषि योग्य जमीन में इन दिनों मिट्टी भरकर प्लॉटिंग शुरू की गई है। यह जमीन एक पूर्व विधायक के बेटों की बताई जा रही है।

जींद एवं नरवाना में अनाधिकृत कॉलोनियों पर सख्ती बरतते हुए जमीनों के एग्रीमेंटों और रजिस्ट्री पर रोक लगाई गई है। इसके तहत जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों में बिना लाइसेंस, सीएलयू या एनओसी के विकसित हो रही अनाधिकृत कॉलोनियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात शुक्रवार को कही गई। जिला नगर योजनाकार के अनुसार विभाग ने जींद और नरवाना में ऐसी कॉलोनियों से जुड़े किला/खसरा नंबरों को चिन्हित करके संबंधित अधिकारियों से अनुरोध किया है कि इन खसरों पर किसी भी प्रकार की सेल डीड, सेल एग्रीमेंट, फुल पेमेंट एग्रीमेंट या पावर ऑफ अटॉर्नी को पंजीकृत या निष्पादित नहीं करें। इसमें जींद के शहरी क्षेत्र में खसरा नंबरों 270//1, 2, 3, 8, 9, 10 मिनट, 12, 13, 244//12 मिनट, 13 मिनट, 14 मिनट, 17 मिनट, 18 मिनट, 19 मिनट, 22 मिनट, 23 मिनट पर अनाधिकृत कॉलोनी विकसित किए जाने की बात कही गई है। नरवाना के शहरी क्षेत्र में खसरा नंबरों 290//19 मिनट, 20 मिनट, 21 मिनट, 22 मिनट पर विकसित हो रही कॉलोनी को अवैध बताया गया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन खसरा नंबरों पर किसी भी प्रकार का लेन-देन गैर-कानूनी माना जाएगा और ऐसा करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीटीपी ने संपत्ति विक्रेताओं, पंजीकरण अधिकारियों, और नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे इन निर्देशों का पालन करें और अनाधिकृत कॉलोनी विकसित करने या खरीदने से बचें। अनाधिकृत कॉलोनी के जरिए नागरिकों को सस्ते प्लॉट का झांसा देकर ठगने वाले कॉलोनाइजरों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

4.5 एकड़ में अवैध कॉलोनाइजेशन

एक तरफ जिला नगर योजनाकार जींद और जींद और नरवाना में अवैध कॉलोनाइजेशन पर रोक लगाने के लिए जहां जमीनों के खसरा नंबर जारी कर जमीनों की खरीद-फरोख्त से लेकर जमीन खरीदने के एग्रीमेंट आदि करने पर रोक लगा रही हैं, वहीं जींद में ठीक विभाग की नाक के नीचे हुड्डा सेक्टर से हांसी ब्रांच नहर से होते हुए जींद बाईपास रोड पर जाने वाली सड़क पर इन दिनों अवैध कॉलोनाइजेशन जोरों पर है।

खेती वाली जमीन पर बेच रहे प्लॉट

कृषि योग्य जमीन पर अवैध रूप से प्लाटिंग कर प्लाट बेचे जा रहे हैं। हुडा के जलघर के ठीक सामने लगभग साढ़े 4 एकड़ जमीन में इन दिनों भू- माफिया ने यहां लगभग साढ़े 4 एकड़ जमीन में मिट्टी भरवानी शुरू कर दी है। पूरा दिन मिट्टी से भरे डंपर कृषि योग्य जमीन में मिट्टी भर रहे हैं, और कई लोग यहां डेरा डाले बैठे रहते हैं, जो इस जमीन के प्लाटिंग के नक्शे बनाकर प्लाट बेच रहे हैं। प्लाटों के रेट भी फ्रंट पर 31000 रुपए प्रति गज से लेकर पीछे 18 से 21000 रुपए प्रति गज निकाले गए हैं। जमीन खरीदने के लिए आने वाले जब रजिस्ट्री की बात करते हैं, तो भू-माफिया के लोग कहते हैं की रजिस्ट्री का जुगाड़ भी हो जाएगा।

लोगों को ठग रहा भूमाफिया

भू- माफिया भोले- भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर उन्हें बहुत महंगे रेट पर प्लाट बेचने में लगा है। यह जमीन एक पूर्व विधायक के बेटे की बताई जा रही है। हाल तक इस जमीन पर सब्जी की खेती होती थी, और बीच में फलदार पौधे भी थे, लेकिन अब सब साफ कर दिया गया है। इसमें बीजेपी के एक नेता की हिस्सेदारी होने की बात भी प्रचारित की जा रही है।

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