जलभराव रोकने को गुरुग्राम नगर निगम कर रहा पुख्ता प्रबंध
गुरुग्राम, 16 मई (हप्र)
गुरुग्राम में बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या सामान्य बात है, लेकिन इस बार नगर निगम ने जलभराव रोकने के लिए कमर कस ली है। शुक्रवार को मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि इस बार मानसून से पहले ही ऐसे सभी संभावित स्थानों की पहचान कर ली गई है, जहां जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इन स्थानों पर कनिष्ठ अभियंताओं की जिम्मेदारी तय कर दी गई है और उन्हें जल निकासी की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। निगमायुक्त ने कहा कि गत वर्षों में जिन स्थानों पर जलभराव हुआ था, उन सभी का डाटा विभिन्न माध्यमों से प्राप्त किया गया है। इसके तहत मीडिया, पुलिस, जीएमडीए, जन प्रतिनिधियों तथा आमजन से प्राप्त फीडबैक के आधार पर डाटा तैयार करके उसका विश्लेषण किया गया है। उन्होंने बताया कि जलभराव संभावित स्थानों पर कनिष्ठ अभियंताओं के साथ सफाई व सीवर से संबंधित कर्मचारियों की टीम बनाई गई है, जो बरसात आने से पहले जल निकासी के सभी पुख्ता प्रबंध करने में जुट गए हैं।
153 जगह चयनित
निगम आयुक्त ने बताया कि ऐसे 153 स्थान चिन्हित हुए हैं, जहां पर समाधान संबंधी कार्य शुरू कर दिए गए हैं। इन सभी स्थानों को मैप पर भी मार्क किया गया है। उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर में 20 अतिरिक्त स्टाफ की नियुक्ति की गई है, जो अभी से ही कनिष्ठ अभियंताओं से फीडबैक ले रहे हैं। कॉल सेंटर पर कोई भी नागरिक भी अपनी प्रतिक्रिया या सुझाव दे सकता है। यही नहीं, संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी भी अपने-अपने जोन में मौके पर जाकर निगरानी कर रहे हैं तथा अतिरिक्त निगमायुक्त यश जालुका भी 21 मई से सभी संभावित स्थानों का व्यक्तिगत दौरा करेंगे।