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भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, मां-बेटा गिरफ्तार

झज्जर में क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की रेड, ऑपरेटर फरार, 3 पर केस दर्ज
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झज्जर पुलिस की गिरफ्त में मुख्य आरोपी डाॅ. हेमलता।  -हप्र
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  • खुद को बीएएमएस डॉक्टर बताकर महिला कर रही थी गर्भवतियों की जांच

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ किया है। आरोपियों में मां-बेटा मुख्य तौर पर शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आराेपियों को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें 2 दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया गया। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी डाॅ. हेमलता खुद को बीएएमएस डॉक्टर बताती थी और उसने जांच के लिये बाहरी लोगों के साथ-साथ अपने बेटे को भी शामिल किया हुआ था। पोर्टेबल अल्ट्रसाउंड से गर्भ में पल रहे भ्रूण की जांच करने वाले दिल्ली नांगलोई के एक ऑपरेटर की पुलिस को तलाश है।

जानकारी अनुसार टीम को एक गुप्त सूचना मिली थी कि झज्जर में डॉ. हेमलता भ्रूण लिंग जांच करती है और गर्भवतियों को बेटी होने का हवाला देकर क्लीनिक पर ही गर्भपात करके मोटी रकम लेती है। पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. संदीप कुमार, डॉ. आकृति हुड्डा, डॉ. हर्षदीप व विनोद कुमार की टीम ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए एक डम्मी ग्राहक को तैयार किया जो 4 महीने की गर्भवती है। ग्राहक ने डॉ. हेमलता को फोन किया और कहा कि उसको पहले 3 लड़कियां हैं और उसको अब लड़का चाहिए। आपसे अल्ट्रासाउंड जांच करवानी है। कुछ देर बातचीत के बाद डॉ. हेमलता ने ग्राहक के साथ 55,000 रुपये में भ्रूण जांच का सौदा किया और उसको पैसे लेकर अपने घर शिव कॉलोनी नजदीक बेरी गेट झज्जर बुलाया। पीएनडीटी टीम ने ग्राहक को 55,000 रुपए देकर हेमलता के घर भेजा। पैसे लेने के बाद हेमलता ने कहा कि तुम्हारा अल्ट्रासाउंड कल रात 8 बजे होगा आ जाना। 18 जुलाई को हेमलता ने फोन करके कहा कि अल्ट्रासाउंड आज नहीं कल होगा। फिर 19 और 20 जुलाई को भी मना कर दिया। 22 जुलाई को फिर से मना किया गया और 24 जुलाई को बुलाया। 24 जुलाई को कहा कि 25 जुलाई को रात साढ़े 7 बजे आ जाना, अल्ट्रासाउंड हो जाएगा । इस तरह एक सप्ताह चक्कर कटवाने के बाद आखिरकार 25 जुलाई को .डॉ हेमलता ने ग्राहक का अपने निजी क्लीनिक पर आशीष सैनी उर्फ सुरेश नाम के व्यक्ति से जांच करवायी जो नांगलोई से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन झज्जर लेकर आता है। अशीष सैनी और हेमलता ने ग्राहक को बताया कि पेट में लड़की है और वे इसकी सफाई कर देंगे जिसके 25000 रुपए लगेंगे। फिर हेमलता ने अपने बेटे विक्रम को बुलाया और उसकी मदद से ग्राहक को अपने घर ले आई। ग्राहक ने घर के पास खड़े पीएनडीटी टीम को इशारा किया।

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क्लीनिक से पीएनडीटी किट, दवाइयां व औजार बरामद

छानबीन में टीम को हेमलता के घर से गर्भपात की दवाइयां और औजार मिले। टीम हेमलता और ग्राहक के साथ संगम क्लीनिक आई लेकिन तब तक अवैध अल्ट्रासाउंड करने वाला व्यक्ति मशीन के साथ फरार हो चुका था। पीएनडीटी टीम ने डॉ. हेमलता, विक्रम व आशीष सैनी उर्फ सुरेश के खिलाफ पीसी पीएनडीटी, एमटीपी व भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवा दिया।  झज्जर की जिला सिविल सर्जन डाॅ. जयमाला ने मामले की पुष्टि की। झज्जर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सरिता ने मामले की जानकारी कि स्वास्थ्य विभाग की टीम की सूचना पर ही आरोपियों को काबू किया गया है। एक आरोपी फरार है, जबकि डाॅ. हेमलता और उसके बेटे विक्रम को काबू कर लिया गया है। इन्हें अदालत ने 2 दिनों के रिमांड पर पूछताछ के लिए सौंपा है। तीसरे आरोपी की भी जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी। 3 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत पर्चा दर्ज किया गया है।

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