भिवानी, 2 मई (हप्र)शिक्षा, संस्कार व संस्कृति हमारे देश की पहचान है। इसी को अनुसरण करते हुए विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ना चाहिए। यह बात स्थानीय वैश्य महाविद्यालय भिवानी के वार्षिक पारितोषिक वितरण एवं पुस्तकालय ब्लॉक के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, शहरी स्थानीय निकाय और नागरिक उड्डयन, विभाग के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कही। उन्होंने कहा कि समाज के पुरोधाओं द्वारा लगाया गया शिक्षा रूपी पौधा आज वट वृक्ष बनकर युवाओं को उन्नति के पथ पर अग्रसर कर रहा है। अपने स्थापना काल से ही वैश्य महाविद्यालय का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है, यहां से पढ़े विद्यार्थी आज अपने हर क्षेत्र में उच्च पदों पर आसीन होकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने महाविद्यालय में स्किल सेंटर की स्थापना के लिए अपने निजी कोष से 11 लाख रुपए देने की घोषणा की।सर्वप्रथम पुस्तकालय ब्लॉक के उद्घाटन के पश्चात वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, शहरी स्थानीय निकाय और नागरिक उड्डयन, विभाग के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने किया। इस दौरान समारोह की अध्यक्षता वैश्य महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता, विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री एवं विधायक घनश्याम सर्राफ, महासचिव डॉ.पवन बुवानीवाला, प्राचार्य डॉ. संजय गोयल व अन्य गणमान्य अतिथिगण ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर किया। वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में शैक्षणिक, राष्ट्रीय सेवा योजना, एनसीसी, खेलों, सांस्कृतिक गतिविधियों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले 200 विद्यार्थियों को 4 लाख रुपये की नकद राशि के पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। छात्रा छवि को बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द ईयर का अवार्ड प्रदान किया गया।समारोह में वैश्य महाविद्यालय भिवानी के प्राचार्य डॉ संजय गोयल को बाबू बनारसी दास गुप्ता अवार्ड प्रदान करते हुए 11 हजार रुपए नकद, शॉल व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय की एनसीसी इकाई के कैडेट्स ने एनसीसी अधिकारी कैप्टन अनिल तंवर के नेतृत्व में अतिथियों की अगुवाई की। वैश्य मॉडल स्कूल के बैंड की टीम के विद्यार्थियों ने बैंड मास्टर अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में मंच का सफल संचालन डॉ. हरिकेश पंघाल एवं डॉ. वंदना वत्स ने किया। समारोह अध्यक्ष वैश्य महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने कहा कि उच्च स्तर की डिग्री हासिल करवाने में शिक्षिकों के साथ-साथ अभिभावकों का भी अहम योगदान होता है। युवाओं से उन्हें अनेक अपेक्षाएं होती हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गोयल ने महाविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ते हुए महाविद्यालय की उपलब्धियों से सभी को अवगत करवाया और बताया कि महाविद्यालय पिछले 80 वर्षों से उन्नति के नये कीर्तिमान स्थापित करता आ रहा है।