बच्चों के जीवन में शिक्षा और स्वास्थ्य सबसे अहम आधार : प्रवीण बतरा जोशी
फरीदाबाद, 20 मई (हप्र) विक्टोरा लाइफ फाउंडेशन और लक्ष्यम संस्था के द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 100 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया गया। इस मौके पर विक्टोरा...
फरीदाबाद, 20 मई (हप्र)
विक्टोरा लाइफ फाउंडेशन और लक्ष्यम संस्था के द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 100 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया गया। इस मौके पर विक्टोरा लाइफ फाउंडेशन एवं बांगा परिवार की सदस्य एवं सामाजिक कार्यों में सक्रिय मीनू बांगा ने अपने जन्मदिन को एक प्रेरणादायक अवसर में बदलते हुए नीलम फ्लाईओवर के नीचे स्थित स्लम क्षेत्र में बच्चों के साथ मनाया। इस स्वास्थ्य जांच शिविर का शुभारंभ फरीदाबाद की मेयर प्रवीण बतरा जोशी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उद्योगपति एसएस बांगा, दमन बांगा, सतबीर बांगा ने मेयर प्रवीण बतरा जोशी का पौधा भेंट कर स्वागत किया। इस मौके पर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार वोहरा, देश की पहली महिला ब्लेड रनर किरण कनौजिया, लक्ष्यम एनजीओ की संस्थापक राशि आनंद और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार पंकज मिश्रा ने भी उपस्थिति दर्ज की।
मेयर प्रवीण बतरा जोशी ने कहा कि बच्चों के जीवन में शिक्षा और स्वास्थ्य सबसे अहम आधार हैं। ऐसे प्रयासों से न केवल उनकी जिन्दगी बेहतर होती है, बल्कि समाज को भी एक नई दिशा मिलती है।
बांगा परिवार और सहयोगी संस्थाओं का यह कदम सराहनीय और प्रेरणास्पद है।
इस मौके पर बटरफ्लाई प्रोजेक्ट की भी शुरुआत की गई, जो विक्टोरा लाइफ फाउंडेशन और लक्ष्यम के संयुक्त प्रयास से संचालित होगा। यह परियोजना स्लम में रहने वाले बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा, करियर मार्गदर्शन और व्यक्तित्व विकास में सहायता प्रदान करेगी, ताकि वे आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बन सकें।
उद्योगपति एसएस बांगा ने कहा कि सच्ची खुशी तभी मिलती है जब हम अपनी खुशियां समाज के वंचित वर्ग के साथ बांटते हैं।
मीनू बांगा ने कहा कि अगर हर जन्मदिन किसी जरूरतमंद को समर्पित किया जाए, तो समाज में सकारात्मक बदलाव आना तय है। लक्ष्यम एनजीओ की संस्थापक राशी आनंद ने कहा कि बटरफ्लाई प्रोजेक्ट का उद्देश्य केवल बच्चों को शिक्षित करना नहीं, बल्कि उनके भीतर छिपी संभावनाओं को जागृत करना है।
हम चाहते हैं कि ये बच्चे आत्मविश्वास से भरे नागरिक बनें और सपनों को साकार करें।

