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एफएमजीई परीक्षा के नाम पर डॉक्टर से 26 लाख ठगे

गुरुग्राम, 6 मई (हप्र) यहां सेक्टर-14 क्षेत्र में किर्गिस्तान से एमबीबीएस करने आए चिकित्सक से एफएमजीई परीक्षा पास कराने के नाम पर दिल्ली के तीन चिकित्सकों ने 26.57 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने मंगलवार को बताया...
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गुरुग्राम, 6 मई (हप्र)

यहां सेक्टर-14 क्षेत्र में किर्गिस्तान से एमबीबीएस करने आए चिकित्सक से एफएमजीई परीक्षा पास कराने के नाम पर दिल्ली के तीन चिकित्सकों ने 26.57 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने मंगलवार को बताया कि पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी।

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पुलिस को दी शिकायत में झज्जर जिले के रहने वाले रवि कुमार ने बताया कि वह गुरुग्राम के राजीव नगर में रहता है। उसने वर्ष 2014 से 2019 तक किर्गिस्तान के बिश्केक में इंटरनेशनल हायर स्कूल ऑफ मेडिसिन से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी। भारत लौटने के बाद उन्हें एफएमजीई (फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन) परीक्षा पास करनी थी। यह विदेशी मेडिकल डिग्री धारकों के लिए अनिवार्य है।

वर्ष 2021 में कोविड के दौरान दिल्ली के बुराड़ी स्थित सरकारी अस्पताल में उसकी ड्यूटी लगी थी। ड्यूटी के दौरान उनकी मुलाकात गाजियाबाद के मैक्स अस्पताल में कार्यरत डॉ. अभिषेक राजपूत से हुई। उनके बीच दोस्ती हो गई। बातचीत के दौरान डॉ. अभिषेक ने रवि से एफएमजीई परीक्षा के बारे में पूछा। रवि ने बताया कि उन्होंने परीक्षा के लिए आवेदन किया है, लेकिन पेपर अभी बाकी है। इस पर डॉ. अभिषेक ने कहा कि एफएमजीई परीक्षा बहुत कठिन होती है। उनकी और उनके दोस्त डॉ. सिद्धांत की इस क्षेत्र में अच्छी पहचान है। आरोप है कि उन्होंने रवि को पैसे देकर परीक्षा पास कराने का भरोसा दिलाया। रवि ने 4 जुलाई 2022 को सेक्टर-14 में डॉ. अभिषेक को 2.5 लाख रुपए नकद दिए। इसके बाद डॉ. अभिषेक ने परीक्षा पास करवाने में शामिल डॉ. सिद्धांत और उनके छोटे भाई वास्तव चौधरी से रवि को मिलवाया। कुल मिलाकर रवि ने 26.57 लाख रुपए नकद और बैंक ट्रांसफर के जरिए दिए। इसके बाद 20 जनवरी, 2023 को रवि ने एफएमजीई परीक्षा दी। तीन फरवरी 2023 को आए परिणाम में वह फेल हो गया। उसने डॉ. अभिषेक से बात की तो उन्होंने परिणाम को गलत बताते हुए रवि को पास होने का एक प्रमाण पत्र भेजा। रवि ने इसकी जांच की तो प्रमाण पत्र फर्जी निकला।

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