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महाविद्यालय का विलय सीबीएलयू में न करने की मांग, शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन

विलय होने से विद्यार्थियों पर पड़ेगा आर्थिक बोझ : प्रवीण बूरा
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भिवानी, 29 मई (हप्र)

स्थानीय राजकीय शिक्षण महाविद्यालय को चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय (सीबीएलयू) में विलय करने की योजना को रद्द करने की मांग को लेकर जनसंघर्ष समिति के संयोजक व सीपीआईएम जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश व छात्र नेता प्रवीण बूरा के नेतृत्व में वीरवार को भिवानी पहुंचे प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा को मांगपत्र सौंपा।

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इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले का प्रभाव अनेक विद्यार्थियों पर सीधे तौर पर पड़ेगा तथा उनके लिए बीएड शिक्षा और महंगी हो जाएगी। मांगपत्र के माध्यम से कामरेड ओमप्रकाश व छात्र नेता प्रवीण बूरा ने कहा कि भिवानी का राजकीय शिक्षण महाविद्यालय वर्षो से क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण का केंद्र रहा है। प्रवीण बूरा ने कहा कि इस महाविद्यालय का सीबीएलयू में विलय होने से सैकड़ों विद्यार्थियों के परिवारों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा, क्योंकि इस महाविद्यलय की कुल फीस 34 हजार 500 रुपये है तथा सैल्फ फाइनेंस व निजी शिक्षण महाविद्यालयों की दोनों वर्षो की कुल फीस करीब एक लाख रुपये है। ऐसे में राजकीय शिक्षण महाविद्यालय का विलय सीबीएलयू में किया गया तो आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार के बहुत से बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित हो जाएंगे।

कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि यह महाविद्यालय केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि क्षेत्र की शैक्षणिक रीढ़ है। यदि सरकार ने इस मांग पर ध्यान नहीं दिया, तो वे विद्यार्थियों को साथ लेकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

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