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खांसी से निजात के लिए बरतें सावधानी

बदलते मौसम में परेशानी का कारक
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मौसमी बदलाव के इन दिनों में खांसी की शिकायत आम है। खांसी से परेशान बहुत लोग आसपास मिल जाते हैं। जल्दी ठीक हो जाने वाली कफ युक्त खांसी सामान्य बात है। सावधानी व घरेलू उपायों से ठीक हो जाती है। लेकिन यदि लंबे समय तक सूखी खांसी रहे तो डाक्टरी सलाह जरूरी है।

डॉ. ए.के. अरुण

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सामान्य तौर पर खांसी आपके स्वास्थ्य की रक्षा करने वाली होती है। यह उन चीज़ों को बाहर निकालती है जो आपके फेफड़ों और श्वासनली में फंसी हैं, जैसे सांस के ज़रिए शारीरिक प्रणाली में पहुंच गई धूल,गंदगी या भोजन। लेकिन लगातार खांसी की समस्या कुछ अन्य चीजों के कारण भी हो सकती है। यदि खांसी लंबे समय तक लगातार परेशान कर रही है यानी ठीक ही नहीं हो पा रही है तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि इस समस्या के संभावित विभिन्न कारणों में से इस समय खांसी का कारण क्या है।

गर्म तरल पदार्थों का सेवन राहतकारी

जहां तक बात इलाज की है तो खांसी से जल्दी आराम पाने के लिए आपको बहुत सारे गर्म तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इससे आपके गले में सूखेपन को दूर करने में मदद मिल सकती है जोकि अकसर खांसी के बड़े कारण के तौर पर सामने आता है। वहीं गर्म तरल पदार्थों यानी तर गर्म पदार्थों के सेवन करने से बलगम को पतला करने में भी मदद मिलती है, साथ ही छाती में जमा कफ भी दूर होता है। मसलन, इसके लिए खांसी के रोगी गर्म हर्बल चाय भी पी सकते हैं।

डाइट में शामिल करें विटामिन डी और सी

अगर किसी व्यक्ति को बार-बार जुकाम, सर्दी खांसी इत्यादि की समस्या सताती है तो उसके शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। ऐसी स्थिति में जितना हो सके विटामिन डी युक्त डाइट लेनी चाहिये। वहीं विटामिन सी भी एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कोशिकाओं को संक्रमण के कारण होने वाले तनाव से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

खांसी के प्रकार

खांसी कफ युक्त या फिर बिना कफ वाली यानी सूखी भी हो सकती है। वहीं जल्दी ठीक होने वाली व लंबे समय तक परेशान करने वाली भी होती है। कुल मिलाकर खांसी कई प्रकार की हो सकती है। सकारात्मक प्रभाव वाली खांसी : इसे गीली खांसी भी कहा जाता है, यह खांसी बलगम या कफ लाती है। सूखी खांसी : यह एक सूखी खांसी है जिसमें बलगम या कफ नहीं आता है। तीव्र खांसी- यह अचानक आती है और रोगी को 2-3 सप्ताह तक परेशान करती रहती है। अर्धतीव्र खांसी : यह प्रकार आपको संक्रमण होने के बाद 3-4 सप्ताह तक बना रह सकता है। पुरानी खांसी : यह एक ऐसी खांसी है जो 8 सप्ताह या उससे अधिक समय तक रहती है और इसके लिए चिकित्सकीय देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। जटिल खांसी : यह उस पुरानी खांसी का नाम है जिस पर उपचार का कोई असर नहीं हो रहा है।

घरेलू उपायों से खांसी का उपचार

खांसी के समसया से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय आज़मा सकते हैं : अदरक के छोटे टुकड़े में चुटकी भर नमक छिड़ककर, उसे दांतों के नीचे दबा लें। इससे अदरक का रस धीरे-धीरे गले तक पहुंचता है। अदरक का रस 5-8 मिनट तक लेते रहें। या फिर एक चम्मच अदरक के रस में शहद मिलाकर खा सकते हैं। राहत मिल सकती है यदि अदरक को उबालकर उसका काढ़ा बनाकर पिएं। शहद का सेवन लाभकारी है। आयुर्वेद के मुताबिक,शहद में कफ़ शामक गुण होते हैं। गर्म तरल पदार्थों का सेवन करें। इससे गले में सूखापन दूर होता है और बलगम पतला होता है। इसके लिए आप गर्म पानी, सूप और गर्म हर्बल चाय पी सकते हैं।

होम्योपैथी है कारगर

पुरानी खांसी में होम्योपैथी की दवा बेहद कारगर है। यदि खांसी ज्यादा परेशान करने लगे तो अपने होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह से इलाज बेहतर रहता है।

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