बीमा के क्षेत्र में सुरक्षित बनाएं अपना कैरियर
बीमा का क्षेत्र लगातार विस्तार कर रहा है। दरअसल, लोगों में भविष्य में संभावित जोखिमों के प्रति सजगता बढ़ रही है। वे सुरक्षा यकीनी बनाना चाहते हैं-वह चाहे जीवन व सेहत की हो या फिर अचानक आयी आर्थिक चुनौती की। इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़ी है और और बीमा प्रदाता कंपनियों में कैरियर की संभावनाएं भी।
अशोक जोशी
आज की पीढ़ी अपने सुरक्षित भविष्य के प्रति भी बेहद सजग हो गई है। देश में भविष्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के साथ जीवन बीमा और सामान्य बीमा का कारोबार भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र में विभिन्न स्तरों पर कुशल युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार की संभावनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। इंश्योरेंस सेक्टर के डिजिटलाइजेशन और इसमें टेक्नोलॉजी के समावेश से कई प्रकार के आमूल-चूल बदलाव भी हुए हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स ने इंश्योरेंस कंपनियों की पूरी कार्यप्रणाली बदल कर रख दी है। इससे इस सेक्टर में नौजवानों के लिए कैरियर के नए दरवाजे खुल गए हैं।
भविष्य के प्रति आशान्वित करता है इंश्योरेंस
कल क्या होगा, कोई नहीं जानता। किसी के जीवन का भरोसा नहीं होता। अचानक कोई बीमारी घेर लेती है, सेहत बिगड़ जाती है, बिजनेस फेल हो जाते हैं, गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है, मकान में आग लग जाती है, बाजार में गिरावट आ जाती है या नौकरी-रोजगार अचानक बंद हो जाते हैं। छंटनी के कारण घर बैठने की नौबत आ जाती है, या मौसम की मार से फसल बर्बाद हो जाती है। इंश्योरेंस की मदद से अचानक आने वाली आर्थिक चुनौतियों का सामना करना आसान हो जाता है। विभिन्न जोखिमों के मद्देनजर कंपनियां अलग-अलग इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स ऑफर करती हैं। इसमें डिजिटाइजेशन की भी बड़ी भूमिका रही है। इंश्योरेंस सेक्टर लगातार विस्तार कर रहा है और यहां कैरियर संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। युवा नए सृजित हो रहे अवसरों का लाभ उठा सकते हैं।
बढ़ रहे हैं कैरियर निर्माण के अवसर
देश में बीमा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। प्राइवेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उभरने के साथ, बाजार में कैरियर अवसर तेजी से बढ़े हैं। बीमा एक ट्रिलियन डॉलर का व्यवसाय है; इसमें बड़ी संख्या में पेशेवर काम करते हैं। जैसे-जैसे आबादी बढ़ती है और धन बढ़ता है, बीमा विशेषज्ञों की आवश्यकता भी बढ़ती जाती है। भारत में 30 बीमा कंपनियां हैं; उनमें से कुछ प्रमुख हैं जैसे भारतीय जीवन बीमा निगम, सामान्य बीमा निगम और डाक जीवन बीमा। वहीं कई नई बहुराष्ट्रीय कंपनियां बाजार में उतर चुकी हैं, जैसे जीवन बीमा में आईसीआईसीआई इंश्योरेंस कंपनी, मैक्स न्यूयॉर्क लाइफ, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और गैर-जीवन बीमा में आईसीआईसीआई लैम्बार्ड, इफको टोक्यो, टाटा एआईजी, रॉयल सुंदरम काम कर रही हैं। देश के बीमा बाजार को विनियमित करने, बढ़ावा देने और प्रबंधित करने के लिए आईआरडीए या बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण मौजूद है। जीवन बीमा, संपत्ति बीमा, दुर्घटना, बीमारी और बेरोजगारी बीमा, ऑटो बीमा, यात्रा बीमा, पालतू पशु बीमा, फसल बीमा, आयोजन बीमा के क्षेत्र में ढेरों अवसर उपलब्ध हैं।
मौजूद हैं ढेर सारे विकल्प
बीमा क्षेत्र में काम के अवसर बहुत हैं। जो लोग पात्रता मानदंड को पूरा करते हैं, वे भारत की बीमा कंपनियों में बीमा/कंपोजिट एजेंट, बीमा सर्वेक्षक, निवेश पेशेवर, प्रशासी अधिकारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी, विकास अधिकारी, एक्चुअरिज के रूप में कैरियर बना सकते हैं।
शैक्षणिक योग्यता
बीमा क्षेत्र में शामिल होने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10+2 या समकक्ष है। इस क्षेत्र में काम करने का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपको भारतीय बीमा संस्थान द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल होना होगा। गणित, वाणिज्य, सांख्यिकी, कंप्यूटर और अंग्रेजी में शैक्षिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार उद्योग में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। लेकिन इससे पहले, उन्हें धन, वित्त, बाजार और बीमा व्यवसाय की अच्छी समझ विकसित करने की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में आप 12वीं और ग्रेजुएशन के बाद भी जा सकते हैं, लेकिन विषय का पूरा ज्ञान लेने के लिए एक्चुअरियल साइंस से संबंधित कोर्सेज करने बेहतर हैं। एक्चुअरियल साइंस में स्नातक डिग्री के लिए मैथ्स या स्टेटिस्टिक्स में 55 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं पास होना आवश्यक है, जबकि पीजी डिप्लोमा, मास्टर्स डिग्री और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए मैथ्स-स्टेटिस्टिक्स, इकोनॉमेट्रिक्स से स्नातक जरूरी है।
आवश्यक कौशल
आवश्यक शैक्षणिक योग्यता के अलावा, कुछ बुनियादी कौशल भी हैं जो बीमा उद्योग में उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए चाहिए। उनमें ग्राहकों को समझाने की क्षमता, सूझबूझ होनी चाहिए। संगठनात्मक कौशल, तार्किक दृष्टिकोण, शीघ्र सीखने की क्षमता, अच्छे संचार कौशल कुछ अतिरिक्त गुण हैं जो इस क्षेत्र में अच्छे पदों तक पहुंचने में सहायता करते हैं। बीमा में कैरियर बनाने वालों को लोगों को समझाने में सक्षम होना चाहिए और आपके पास अच्छी व्यावसायिक समझ होनी चाहिए।
कितना मिलता है वेतन?
बीमा से जुड़े सरकारी क्षेत्र में वेतनमान नियमों के अनुसार होता है और पद के अनुसार बदलता रहता है। वहीं प्राइवेट सेक्टर में मार्केटिंग और सेल्स के क्षेत्रों में काम करने के लिए मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स को लेते हैं, जिनका शुरुआती वेतन 45 हजार के आसपास होता है। जो बढ़ते-बढ़ते ढाई लाख रुपये प्रतिमाह तक हो सकता है। बीमा एजेंटों के लिए कमीशन एक महत्वपूर्ण कारक है। यहां, कमीशन की राशि बेची गई बीमा राशि के प्रकार पर निर्भर करती है। कुछ बीमा एजेंट हर साल करोड़ों का बिजनेस देकर शानदार आय कमाते हैं।
महत्वपूर्ण संस्थान
बीमा एवं जोखिम प्रबंधन संस्थान, हैदराबाद, आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा केंद्र, अन्नामलाई विश्वविद्यालय, पांडिचेरी विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, पंजाबी विश्वविद्यालय पत्राचार अध्ययन विभाग, भारतीय एक्चुअरीज संस्थान, भारतीय बीमा संस्थान, बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा, शारदा विश्वविद्यालय, नोएडा तथा कालेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, नई दिल्ली।