अब जेंडर न्यूट्रल आरामदेह कपड़ों का ट्रेंड
परंपरागत सोच के विपरीत आजकल ऐसा कॉमन पहनावा पॉपुलर हो रहा है जो स्त्री-पुरुष दोनों पहन सकते हैं। नयी पीढ़ी जेंडर न्यूट्रल कपड़े खरीदते समय कसौटी उपयोग में सुविधा और कार्यस्थल पर उपयोगिता को मानते हैं। निर्माता इन कपड़ों को किसी खास रंग या डिजाइन या बनावट को ध्यान में रखकर डिजाइन नहीं करते हैं।
प्रतिमा अरोड़ा
हम किसी भी ड्रेस को मुख्य रूप से स्त्री परिधान या पुरुष परिधान के बीच विभाजित करते हैं। कपड़ों का किसी भी जेंडर से संबंधित होना एक सामाजिक चलन है। लेकिन आज जेंडर न्यूट्रल परिधान नई पीढ़ी के बीच काफी पॉपुलर हो रहा है। जेंडर न्यूट्रल का तात्पर्य यह है कि कपड़ों को किसी खास रंग या डिजाइन या बनावट को ध्यान में रखे बिना डिजाइन करना। उसे जनाना या मर्दाना की पहचान से अलग केवल अलग-अलग तरह के शरीर में फिट होने के लिए डिजाइन करना।
सुविधाजनक पहनावा बनी प्राथमिकता
दरअसल जेंडर न्यूट्रल परिधानों के चलन में आने का सबसे बड़ा कारण है कंफर्ट। परंपरागत रूप से महिलाएं अभी तक जो कपड़े पहनती आ रही हैं, उनमें वे अपने आपको आरामदायक या सहज महसूस नहीं करती। अपने कंफर्ट के लिए वे अकसर मेल सेक्शन में जाकर आरामदायक फिटिंग वाले कपड़ों का चयन करती हैं। यही वजह है कि बहुत सारे पेशे ऐसे हैं, जिनमें स्त्री और पुरुष दोनों के लिए एक सी यूनिफॉम होती है। इसके अलावा एथलेटिक परिधान भी दोनों के लिए एक जैसे हो रहे हैं, जो लोगों को काफी पसंद भी आ रहे हैं। यही वजह है कि आजकल बड़े-बड़े ब्रांड अपनी सेल बढ़ाने के लिए जेंडर न्यूट्रल परिधानों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
टिकाऊ और पर्यावरण फ्रेंडली विकल्प
ये तमाम बड़े ब्रांड लंबे समय तक चलने वाले उत्तम क्वालिटी के ऐसे कपड़े तैयार कर रहे हैं, जिन्हें वे ऊंचे दाम पर बेच सकते हैं। यह जेंडर न्यूट्रल क्लोदिंग का ही कमाल है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाला फास्ट फैशन नई पीढ़ी को रास नहीं आ रहा और यह पीढ़ी अब ज्यादा टिकाऊ और पर्यावरण फ्रेंडली विकल्पों की तलाश कर रही है। निकट भविष्य में ऐसे परिधान युवा लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होने वाले हैं। यूं तो महिलाओं और पुरुषों के शरीर में पर्याप्त अंतर होता है। इसके बावजूद इस क्लोदिंग का क्रेज बढ़ रहा है। मसलन टी-शर्ट को मेल फीमेल दोनों पहन सकते हैं।
सादगीपूर्ण डिजाइन का चुनाव
यदि आप भी जेंडर न्यूट्रल परिधानों का चयन करते हैं तो अपनी पसंद को जितना हो सके सिंपल रखें। यदि आप पहली बार इन्हें खरीद रहे हैं तो अपनी बॉडी टाइप के अनुकूल खरीदें। डिजाइन ऐसा लें जो थोड़ा सरल हो। अगर ज्यादा फिटेड नहीं तो ज्यादा ढीला भी नहीं होना चाहिए। क्योंकि ज्यादातर यूनिसेक्स कपड़े पुरुषों की ड्रेसेज के डिजाइन के आधार पर बनाये जाते हैं, जिनमें उसकी फिटिंग को एडजेस्ट करने की गुंजाइश होती है। इनके डिजाइन पुरुषों के अनुकूल होते हैं, जिन्हें अगर महिलाएं भी पहन लें तो कोई हर्ज नहीं। इसमें रंगों की भी विविधता होती है। रंगों को भी स्त्री और पुरुषों के खांचे में न देखें। इस बात को कभी न भूलें कि जेंडर न्यूट्रल परिधान में पहला फोकस कंफर्ट है।
हालांकि इन परिधानों में पुरुषों के उपयोग के लिहाज से जेबें गहरी, ज्यादा बटन, ज्यादा जिपें हो सकती हैं। लेकिन यह स्त्री और पुरुष- दोनों के लिए ही उपयोगी साबित होते हैं। बदलते फैशन के इस नये दौर में अपने पैसे के बेहतर उपयोग के लिए प्रेरित करने का यह नया तरीका काफी कारगर है।
ऐसे दिखें स्टाइलिश
जेंडर न्यूट्रल क्लोदिंग की मार्केट तेजी से बढ़ रही है। यह उस पुरानी सोच पर विराम लगा रहा है कि फलां कपड़े पुरुषों के लिए और फलां रंग महिलाओं के लिए है। जेंडर न्यूट्रल क्लोदिंग में जेंडर शामिल नहीं। यूनिसेक्स क्लोदिंग को कोई भी अपनी पसंद से पहन सकता है। इसलिए इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। ब्लैक शर्ट के साथ ब्लैक पैंट या सफेद शर्ट के साथ नीली जींस ट्राई की जा सकती है, जिसमें दोनों के लिए ब्लेजर भी चल सकता है। इसके अलावा प्लाजो स्टाइल पैंट के साथ ओवर साइज्ड ब्लेजर भी पहनने में काफी कंफर्टेबल होते हैं या फिर कार्गो पैंट के साथ फुल स्लीव टी-शर्ट ट्राई कर सकते हैं। कार्गो पैंट को किसी भी तरह के टॉप के साथ पहना जा सकता है। टी-शर्ट या हुडी के साथ भी यह खूब जमता है। ऑफिस लुक के लिए इसे शर्ट या ब्लाउज के साथ पहना जा सकता है। ओवर साइज्ड बैगी कपड़े भी जेंडर न्यूट्रल ड्रेसिंग का हिस्सा हैं। डेनिम शर्ट के साथ रिप्ड जींस और डेनिम जींस के साथ डेनिम जैकेट भी ट्राई की जा सकती है।कुल मिलाकर जेंडर न्यूट्रल ड्रेसिंग का मतलब ही है परंपरागत रूप से समाज द्वारा निर्धारित मानकों को खत्म करके अपने कंफर्ट लेवल को सबसे ऊपर रखते हुए अपनी पसंद से कपड़े चुनने की पूरी आजादी, जिसमें रंगों को लेकर न कोई च्वाइस है न कोई बाध्यता। अब गुलाबी रंग से लड़कों को परहेज नहीं और खाकी, ब्लू और ब्लैक सिर्फ पुरुषों के रंग नहीं।
-इ.रि.सें.