नियमित देखभाल कर संवारें घर
घर साफ-सुथरा, सजा-संवरा व व्यवस्थित हो तो मन खिल-सा जाता है। माहौल सुकूनदायक के साथ सुविधाजनक भी बन जाता है। यह संभव है रोजाना सार-संभाल से। यानी सामान इस्तेमाल करके जगह पर ही रखें। नियमित सफाई की आदत डालें। वहीं इंटीरियर में कुछ स्थाई बदलाव भी घर को आकर्षक बनाने के लिए जरूरी हैं।
अलका ‘सोनी’
घर ऐसी जगह है जहां बाहर से लौटें तो सुकून मिलता है। दिन भर की थकान छूमंतर हो जाती है। लेकिन अगर दिनभर काम करके जब आप घर आयें और सबकुछ बिखरा हुआ मिले तो? या फिर सुबह समय पर आपकी चीज़ें ही नहीं मिलें। शर्ट न मिले या मोजे बिना धुले कपड़ों के ढेर में मिले तो? हो गया न मूड खराब! घर को अस्त-व्यस्त करने में हमारा ही हाथ होता है। ऐसे में आदत बनाएं कि हफ्ते में एक बार तो जरूर घर की सफाई करें। चीजों को व्यवस्थित रखने से आपकी शारीरिक गतिविधि भी होती है। घर व्यवस्थित करने की शुरुआत किसी भी कोने से करें। लेकिन ध्यान से हरेक कमरे को ठीक करें। आसनसोल आधारित इंटीरियर डिजाइनर पिनाकी रुज बताते हैं कि कैसे हर कमरे को आसानी से व्यवस्थित किया जा सकता है।
सबसे पहले लिविंग रूम
घर को डिकलटर करने की शुरुआत सबसे पहले लिविंग एरिया से करनी चाहिए। क्योंकि यह किसी भी घर का अट्रैक्शन होता है। इसमें जितना जरूरी हो ,उतने ही फर्नीचर लगाएं। इसका फर्नीचर जितना कम्फर्टेबल होगा, उतना ही लिविंग रूम कोज़ी लगेगा। सोफे के साथ आकर्षक सेंटर टेबल लगाया जा सकता है। मल्टी प्रिंटेड कार्पेट सुंदर चॉइस है। लिविंग रूम में बेतरतीब तरीके से रखे अखबार और मैगजीन शोभा बिगाड़ सकते हैं। आजकल अलग-अलग शेप और कलर में बुक शेल्फ आने लगे हैं। जिन्हें दीवारों पर लगाया जा सकता है। वहां से हम अपनी पसन्द की किताबों को पढ़ भी पाते हैं।
ताकि बेडरूम लगे पीसफुल
शांति से सोना हो तो अपना बेडरूम सबसे अच्छा लगता है। पूरी दुनिया घूमने के बाद अपना शयनकक्ष ही याद आता है जो सुकूनभरा होना चाहिए। बेतरतीब बिछा बिस्तर और बिखरी हुई चीजें देख मन खिन्न हो जाता है। बेडरूम की पॉजिटिव एनर्जी बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि उसे साफ़-व्यवस्थित रखा जाये। सुबह उठते ही अपने बिस्तर की चादर झाड़ कर बिछा दें। चादर, कंबल, रज़ाई तह करके उनकी जगह पर रख दें। बच्चों में भी शुरू से यह आदत विकसित करनी चाहिए।
बाथरूम हो सूखा - स्वच्छ
बाथरूम ऐसी जगह है जहां गीलेपन होने की संभावना रहती है। वहीं अगर बाथरूम में चीजें फैली रहें तो वह देखने में तो बुरा लगेगा ही। उससे स्लिप करने का भी डर बना रहेगा। बार-बार गिर रहे पानी से जमीन में फिसलन भी हो सकती है। जिससे बच्चों और बुजुर्गों को काफी चोट लग सकती है। इसलिए सबसे पहले बाथरूम को सूखा रखने की जरूरत है। वॉश बेसिन के आस पास रैक्स बनवाकर डेली यूज की चीजें रखी जा सकती हैं।
वर्क स्पेस एरिया
आजकल घर और ऑफिस की दूरी घट गई है। लोग वर्क फ्रॉम होम संस्कृति से रूबरू हुए हैं। इसलिए घरों में वर्क स्पेस बनवाना एक जरूरत बनती जा रही है। करीने से रखी फाइलें , जरूरी दस्तावेज और एसेसरीज काम करने के मूड को बनाये रखते हैं। साथ ही उन्हें इधर -उधर ढूंढने में हमारा वक्त भी जाया नहीं होता। घर के वर्क स्पेस को हल्के और आरामदायक फर्नीचर से सजाएं। एक डेस्क पर कम्प्यूटर और छोटे -छोटे उपकरणों के रखें।
किचन रहे सुव्यवस्थित
किचन घर में सबसे ज्यादा अस्त-व्यस्त रहता है। कई बार आपको कोई चीज सही जगह पर नहीं मिलती। अगर आप कुछ आसान तरीकों से किचन को ऑर्गेनाइज कर लें तो आपकी चीजें नहीं खोएंगी। ऐसे में छोटी रसोई को मैनेज करने के लिए शेल्फ के नीचे कबर्ड तैयार कर सकते हैं। इन कबर्ड में आप किसी भी तरह का सामान तो रख ही सकते हैं, साथ ही जगह की बचत भी कर सकते हैं। बर्तनों को, मसाले के डिब्बों को और कैबिनेट को दीवार पर स्टैंड के जरिए लगा सकते हैं। वहीं सिलिंग माउंटेड रैक का इस्तेमाल बर्तन, पेन, कूकर के ढक्कन आदि रखने के लिए किया जा सकता है।
सजाएं बालकनी भी
अधिकांश घरों में बालकनी का उपयोग या तो कपड़े सुखाने या वॉशिंग मशीन और डिशवॉशर रखने के लिए किया जाता है। या फिर भंडारण क्षेत्रों या अवांछित वस्तुओं के डंपिंग ग्राउंड के रूप में। बालकनी को खूबसूरत बनाना चाहते हैं तो इसे साफ-सुथरा रखें। वहीं चुनिंदा और जरूरी चीजें ही रखें। बालकनी में कुछ पौधे जरूर लगाएं। कोशिश करें कि वे हैंगिंग पॉट में लगे हों। दीवारों से लगी सेल्फ बनवाएं। शर्ट या जूते जगह पर रखें तो ढूंढने में हमें कोई परेशानी नहीं होगी। तो रोज थोड़ा-थोड़ा सामान व्यवस्थित करने की आदत डालें।