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कार्यक्षेत्र का चुनाव सजगता के साथ

कैरियर का चुनाव बड़ी चुनौती बन गया है। वजह है शिक्षा कार्यक्षेत्र के मामले में ढेरों विकल्पों की मौजूदगी। ऐसे में सजग रहकर कैरियर का चुनाव करना चाहिये। हालांकि कैरियर की प्लानिंग अब पत्थर की लकीर नहीं बल्कि कुछ समय...
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कैरियर का चुनाव बड़ी चुनौती बन गया है। वजह है शिक्षा कार्यक्षेत्र के मामले में ढेरों विकल्पों की मौजूदगी। ऐसे में सजग रहकर कैरियर का चुनाव करना चाहिये। हालांकि कैरियर की प्लानिंग अब पत्थर की लकीर नहीं बल्कि कुछ समय बाद प्रोफेशन बदल भी सकते हैं। ऐसे में लचीला रुख रखना बेहतर है।

राजेंद्र कुमार शर्मा

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अगर आज से 15-20 पूर्व तक कैरियर चुनाव कोई बहुत बड़ी परेशानी का सबब नहीं होते थे क्योंकि कैरियर विकल्प बहुत सीमित थे। अतः कम विकल्पों के चलते जो उपलब्ध है उसी में से चुनाव करना होता था। परंतु आज जब कैरियर विकल्प असीमित हो चुके हैं उतना ही कैरियर चुनाव भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है। नई शिक्षा नीति और प्रतिष्ठित आईआईटी जैसे संस्थानों में प्रवेश हेतु सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन जैसी शर्तों में ढील के बाद तो यह कार्य और चुनौतीपूर्ण हो चुका है। हर क्षेत्र में एक से बढ़ कर एक विकल्प उपलब्ध हैं। अतः कैरियर चुनाव जीवन के सबसे महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक बन चुका है। कैरियर परामर्शदाताओं की सेवाएं भी उपलब्ध हैं। फिर भी, कई छात्र कैरियर विकल्पों की भीड़ और सही निर्णय लेने के दबाव के बीच खुद को असमंजस में पाते हैं। आज के तेजी से बदलते दौर में कैरियर योजना अब सिर्फ एक स्थायी पेशा चुनने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कौशल निर्माण, अनुकूलता और अपनी रुचियों एवं मूल्यों के साथ सामंजस्य बिठाने के बारे में है।

स्वयं करें अपनी रुचियों का विश्लेषण

किसी भी कैरियर चुनाव से पूर्व स्वयं का विवरणात्मक विश्लेषण बेहद जरूरी है। अपने गुणों, कमजोरियों, रुचियों और व्यक्तित्व की सही पहचान और आकलन करें। क्या आप विश्लेषणात्मक हैं या रचनात्मक? क्या आपको लोगों की मदद करना पसंद है या समस्याएं सुलझाना? एप्टीट्यूड टेस्ट, पर्सनैलिटी असेसमेंट और कैरियर क्विज़ जैसे टूल्स आपको उपयुक्त कैरियर विकल्पों की दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं। ज्यादा उलझन हो तो कैरियर परामर्शदाता की भी मदद ली जा सकती है।

विभिन्न कैरियर विकल्पों को जानें

जब आप अपने गुणों, कमजोरियों, रुचियों और व्यक्तित्व की सही पहचान और आकलन कर लें, तो विभिन्न कैरियर क्षेत्रों के बारे में जानना शुरू करें। कैरियर संबंधी लेख पढ़ें, प्रोफेशनल्स से बात करें, वेबिनार में भाग लें और इंटर्नशिप या वालंटियर वर्क करें। जानें कि किस कैरियर के लिए क्या योग्यताएं चाहिए, उसमें आगे बढ़ने के अवसर क्या हैं, और अनुमानित फीस कितनी है, कोर्स के बाद किन क्षेत्रों में भविष्य है, वेतन या आय कितनी हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि आपको तकनीक में रुचि है, तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी या ऐप डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों की खोज करें। मेडिकल, ह्यूमैनिटीज या वाणिज्य आदि क्षेत्रों का अध्ययन करें।

हर संभव मार्गदर्शन लें

अपने अध्यापकों, कैरियर परामर्शदाताओं, पूर्व वरिष्ठ छात्रों या परिवारजनों से इस संदर्भ में बात करना उपयोगी हो सकता है। परंतु ध्यान रखें कि मार्गदर्शन और क्षेत्र चुनाव आपकी रुचियों और लक्ष्यों के अनुरूप होना चाहिए, न कि दूसरों की रुचियों और सपनों के दबाव में। पेशेवर काउंसलर आपके गुणों और अभिरुचियों को सही कैरियर से जोड़ने में मदद कर सकते हैं।

पसंद और प्रैक्टिकल का संतुलन

अपने शौक और रुचियों के प्रति एक जुनून और जुझारूपन एक सीमा तक अच्छा है, लेकिन उसके साथ व्यावहारिकता का गुण विकसित करना भी जरूरी है। रुचि के साथ-साथ नौकरी की स्थिरता, आर्थिक स्थिति और जीवन-संतुलन को भी ध्यान में रखें। एक सफल कैरियर वहीं होता है जहां आपकी रुचि, आपकी योग्यता और समाज की ज़रूरतें मिलती हैं। इसके साथ ही मानसिक संतुष्टि भी मिलना आवश्यक है।

परिवर्तन के लिए तैयार रहें

बहुत सावधानी और सतर्कता के बावजूद , कई लोग ऐसे कैरियर का चुनाव कर बैठते हैं कि कुछ समय बाद स्वयं को ही अनुभव होने लगता है कि मेरा चुनाव ठीक नहीं हुआ। वजह कुछ भी हो सकती है जैसे भविष्य में सीमित संभावनाएं या रुचि के अनुरूप न होना आदि। ऐसे में हौसला न छोड़ें। ऐसे सफल लोगों की कमी नहीं है जिन्होंने अपने कैरियर कई बार बदले, तब जाकर वे सफलता का स्वाद चख सके। पर सीखते रहना ही सफलता की कुंजी है। आप ऑनलाइन कोर्स, सर्टिफिकेशन और वर्कशॉप्स के जरिए समय के साथ खुद को अपडेट रख सकते हैं। नई शिक्षा नीति के तहत एक साथ दो पाठ्यक्रम करने के विकल्प खोल दिए गए हैं। एक नियमित पाठ्यक्रम और दूसरा दूरस्थ शिक्षा या ओपन यूनिवर्सिटी के द्वारा पूरे किए जा सकते हैं। इससे दो कैरियर विकल्प एक साथ उपलब्ध हो सकते हैं।

कैरियर की योजना में परिवर्तन संभव है, यह एक बार में लिया जाने वाला निर्णय नहीं है, यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। अपने आप को और अपनी सोच को लचीला रखिए, जिज्ञासु रहें, विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी रखें। सकारात्मक सोच और दृष्टिकोण ही जीवन में सफलता की कुंजी है। एक सफल और संतोषजनक कैरियर के लिए इनका साथ कभी मत छोड़िए।

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