आलोक पुराणिक
15 करोड़ रुपये से ज्यादा में खरीदे गये थे ईशान किशन मुंबई इंडियन्स टीम के लिए लेकिन जिस तरह की परफार्मेंस दी है, उसे देखकर तो उनको खरीदार कह सकते हैं-हमारे पैसे वापस करो। अमेजन या फ्लिपकार्ट पर बिके होते ईशान किशन, तो खरीदार उन्हें पैक करके रख देता और कहता तुम्हारी तो वापसी होगी। आईपीएल 2022 में कई तरह की परेशानियां हो गयी हैं, बड़े खिलाड़ी नहीं चल रहे हैं, पब्लिक भी इस बार आईपीएल को कम देख रही है। खबरों में लाउडस्पीकर चल रहे हैं और बुलडोजर चल रहे हैं। अब पब्लिक बुलडोजर देखे या आईपीएल। कुल मिलाकर विराट कोहली की हैसियत सब्जी मंडी के ऐसे कारोबारी की हो गयी है, जिनकी कुछ समय पहले तक तीन बड़ी दुकानें थीं सब्जी मंडी में, अब कहीं छोटी-सी दुकान में बैठे हैं।
वक्त की बात है, कभी प्याज वाले ज्यादा कमा जाते हैं कभी टमाटर वालों की मौज ज्यादा हो जाती है। अभी केएल राहुल की मौज आ रही, लखनऊ आईपीएल की टीम में केएल राहुल आये हैं 17 करोड़ रुपये में। कश्मीर के सेब पटना में महंगे मिलते हैं और कर्नाटक के केएल राहुल लखनऊ में टाप भाव पा रहे हैं। खिलाड़ी वहीं का हो जाता है, जहां सही रेट लग जाये। महाराष्ट्र का हापुस आम हर भारतीय के लिए नहीं है, हापुस आमों का बड़ा हिस्सा एक्सपोर्ट हो जाता है, विदेश में ज्यादा चुकाने वाले हैं, तो उन्हें मिलता है।
कर्नाटक के केएल राहुल कुछ समय पहले तक पंजाब आईपीएल टीम में थे, अब वह लखनवी हो गये हैं। राहुल लखनवी तब तक रह सकते हैं, जब तक उन्हें कहीं और से बेहतर रेट न मिल जाते। सब्जी मंडी का नियम है, जहां रेट सही मिलें, माल वहीं जायेगा। महाराष्ट्र का प्याज महाराष्ट्र का गरीब किसान नहीं खा सकता है क्योंकि प्याज को सौ रुपये किलो का भाव दिल्ली वाले दे देते हैं। विराट कोहली के भाव नीचे आ रहे हैं। भाव खिलाड़ी के न होते, परफार्मेंस के होते हैं। परफार्मेंस आज होती है कल नहीं होती है। सेंचुरी-दर-सेंचुरी मारने वाले विराट कोहली सेंचुरी को तरस रहे हैं। बाजार बहुत निष्ठुर होता है, वह अतीत नहीं देखता। पिचके पिलपिले टमाटर आधे रेट में नहीं, चौथाई रेट में बिकते हैं। कोई याद न करता कि हाय क्या शानदार अतीत था। भारत की वन-डे टीम की कप्तानी केएल राहुल के पास चली गयी। पंजाब से लखनऊ खिलाड़ी पेमेंट ज्यादा मिलने पर चला आता है। क्या होगा अगर कल को पाकिस्तान से कोई आफर कर दे विराट कोहली को कि आइये पाकिस्तान, हम आपको इंडिया से बहुत ज्यादा पैसा देंगे। तब भारत-पाक एकता का नारा सबसे ज्यादा जोर से क्रिकेटर ही लगायेंगे।