Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

सबके अपने-अपने राम

ब्लॉग चर्चा
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

लोकेंद्र सिंह

भगवान श्रीराम ने जिन शाश्वत जीवन मूल्यों की स्थापना की, वे सार्वभौमिक, सर्वकालिक एवं सार्वदेशिक हैं। इसलिए श्रीराम केवल भारत में ही नहीं, अपितु दुनियाभर में आराध्य हैं। जीवन की अलग-अलग भूमिकाओं में मनुष्य का आचरण कैसा होना चाहिए, इसका आदर्श श्रीराम ने प्रस्तुत किया है। उनका जीवन सहिष्णुता एवं सह-अस्तित्व का भाव जगाता है। दुनिया की सबसे बड़ी रामायण का मंचन इंडोनेशिया में किया जाता है। इंडोनेशिया के लोग भगवान राम को अपना नायक, आदर्श और प्रेरणास्रोत मानते हैं। इंडोनेशिया के शहर ‘योग्या’ को श्रीराम की नगरी अयोध्या के रूप में मान्यता प्राप्त है। इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप का नामकरण सुमित्रा के नाम पर हुआ। थाईलैंड की संस्कृति के तार भी रामायण से जुड़े हुए दिखाई देते हैं। थाईलैंड के राजा को राम ही कहा जाता है।

Advertisement

किसी भी भारतवासी को यह जानकर सुखद अनुभूति होगी कि थाईलैंड का राष्ट्रीय ग्रंथ ‘रामायण’ है। वियतनाम के नागरिक भी अपने देश को श्रीराम की लीलाभूमि मानते हैं। पड़ोसी देश म्यांमार में भी श्रीराम नाम की महिमा व्याप्त है। यहां का पोपा पर्वत औषधियों के लिए विख्यात है। मान्यता प्रचलित है कि जब लक्ष्मण को शक्ति लगी थी तब उनके उपचार के लिए पोपा पर्वत के ही एक भाग को महावीर हनुमान उखाड़कर ले गये थे।

रामकथा के प्रभाव क्षेत्र से यूरोप भी अछूता नहीं रहा है। इटली में पुरातात्विक उत्खनन में प्राचीन इतालवी घरों की दीवारों पर मिली चित्रकारी स्पष्ट रूप से रामायण के प्रसंगों का वर्णन करती है। कंबोडिया (कंपूचिया) के प्रसिद्ध मंदिरों की दीवारों पर भगवान राम की चरित्रगाथा का वर्णन करते भित्तिचित्र देखे जा सकते हैं। चीन में भी श्रीराम के दर्शन हो जाते हैं। यहां बौद्ध जातकों के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की कथा पहुंची थी।

एशिया की पश्चिमोत्तर सीमा पर स्थित तुर्किस्तान भी श्रीराम के प्रभाव से दूर नहीं रह सका। यहां की स्थानीय भाषा ‘खोतानी’ में भी रामायण की प्रति पेरिस पांडुलिपि संग्रहालय से प्राप्त हुई है। श्रीलंका में कुमार दास के द्वारा संस्कृत में जानकी हरण की रचना हुई थी। श्रीलंका का पर्यटन मंत्रालय उन स्थानों की देखरेख विशेष तौर से करता है, जिन्हें रामायण से जुड़ा हुआ माना जाता है। नेपाल में रामकथा पर आधारित अनेकानेक रचनाएं हैं, जिनमें भानुभक्तकृत रामायण सर्वाधिक लोकप्रिय है। कोरिया के साथ भी श्रीराम का रिश्ता जोड़ा जाता है।

साभार : अपना पंचू डॉट ब्लॉगस्पॉट डॉट कॉम

Advertisement
×