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PGI में मलेरिया के खिलाफ छात्रों की अनोखी जंग

मलेरिया का अंत हमसे शुरू’ थीम पर पोस्टर, स्लोगन और क्विज़ में दिखी नई सोच चंडीगढ़, 25 अप्रैल (ट्रिन्यू) पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के मेडिकल पैरासिटोलॉजी विभाग में शुक्रवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। कहीं कोई मलेरिया पर नारा...
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  • मलेरिया का अंत हमसे शुरू’ थीम पर पोस्टर, स्लोगन और क्विज़ में दिखी नई सोच

चंडीगढ़, 25 अप्रैल (ट्रिन्यू)

पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के मेडिकल पैरासिटोलॉजी विभाग में शुक्रवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। कहीं कोई मलेरिया पर नारा गढ़ रहा था, तो कहीं रंगों से भरे पोस्टरों में बीमारी के खात्मे की तस्वीरें उभर रही थीं। अवसर था विश्व मलेरिया दिवस का, लेकिन अंदाज़ कुछ खास और नया था।

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इस बार की थीम थी – "मलेरिया का अंत हमसे शुरू: पुनर्निवेश, पुनर्कल्पना, पुनःप्रज्वलन"। इसी सोच के साथ छात्रों, शोधकर्ताओं और फैकल्टी सदस्यों ने मलेरिया से लड़ाई को रचनात्मक रूप में पेश किया।

क्विज़ में दिमागी दंगल, पोस्टर में रंगों की रचना

जहां डॉ. जेफी मरियम जोस ने क्विज़ में अपना परचम लहराया, वहीं अनुपमा ने अपनी कला से सभी को प्रभावित किया। हिंदी स्लोगन की प्रतियोगिता में डॉ. कंचन का नारा सबसे दमदार साबित हुआ।

पाठशाला से प्रचार तक – संदेश साफ है

कार्यक्रम में यह बताया गया कि मलेरिया केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी है। भारत सरकार की मलेरिया उन्मूलन योजना (NFME) के तहत 2030 तक देश को मलेरिया मुक्त बनाने का सपना देखा जा रहा है। लेकिन इसके लिए सिर्फ दवाएं नहीं, बल्कि सोच, सहयोग और सतर्कता भी जरूरी है।

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