सीईसी-सीजीसी लांडरां, मोहाली को यूजीसी ने दिया 'ऑटोनोमस स्टेटस', शिक्षा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि
मोहाली, 23 अप्रैल (निस)
चंडीगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज (सीईसी-सीजीसी), लांडरां, मोहाली को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा दस वर्षों के लिए 'स्वायत्त दर्जा' (ऑटोनॉमस स्टेटस) प्रदान किया गया है। इसे भारत में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है।
सीईसी-सीजीसी लांडरां ने 4-प्वाइंट स्केल पर 3.42 सीजीपीए के साथ एन एएसी द्वारा ए+ ग्रेड प्राप्त किया है, जो संस्थान की अकादमिक उत्कृष्टता का प्रमाण है। अब यह कॉलेज न केवल अपने पाठ्यक्रमों को नवीनतम जरूरतों के अनुसार अनुकूलित कर सकेगा बल्कि बहुविषयक और उद्योग-आधारित कार्यक्रम भी शुरू कर सकेगा।
नई शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के अनुरूप यह दर्जा उच्च शिक्षण संस्थानों को अधिक स्वायत्तता और अकादमिक नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया जाता है। अब सीजीसी लांडरां उद्योग की मांगों, छात्रों की रुचियों और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार शोध केंद्र विकसित कर सकेगा और पीएचडी, अनुसंधान परियोजनाओं के लिए नई संभावनाएं खोल सकेगा।
इस अवसर पर सीजीसी लांडरां के चेयरमैन सतनाम सिंह संधू और अध्यक्ष रशपाल सिंह धालीवाल ने संस्थान के पूरे परिवार को बधाई देते हुए कहा, 'यूजीसी द्वारा यह मान्यता 24 वर्षों की हमारी शैक्षिक यात्रा और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का सम्मान है।'
उन्होंने आगे कहा कि यह दर्जा हमें वैश्विक विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी, फैकल्टी डेवलपमेंट, छात्र एक्सचेंज प्रोग्राम और वैश्विक एक्सपोजर के लिए नई राहें खोलेगा। इससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शोध व नवाचार, और उद्योग जगत के साथ गहराई से जुड़ने का अवसर मिलेगा।