चुनौतियों से लोहा लेने वाली 10 माताओं को राज्यपाल ने किया सम्मानित
एस.अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 28 मई
तमाम मुश्किलों या विपरीत परिस्थितियों में मजबूती से हर बाधा को पार करते हुए बहुत सी माताएं अपने बच्चों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती हैं। संघर्ष के रास्ते पर चलते हुए जिंदगी में मिली चुनौतियों से लोहा लेते हुए जिंदगी जीने का हौसला रखने वालीं चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा की 10 माताओं को बुधवार को मां सम्मान समारोह में पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने सम्मानित किया।
मानव मंगल स्मार्ट स्कूल, मोहाली और डॉ.जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशनल एवं चैरीटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित समारोह में सम्मानित हुईं संघर्षशील माताओं की कहानी सुनकर सभागार में बैठे हर किसी की आंखें नम हो गईं। किसी ने विपरीत परिस्थितियों में तमाम चुनौतियां का सामना करते हुए अपने बेटे को डॉक्टर या आईएएस बनाया तो किसी ने अपने लगातार संघर्ष करते हुए अपनी बेटी को प्रिंसिपल के पद पर पहुंचाया। किसी ने अनाथ बच्चों का सहारा बनकर उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचाया तो किसी ने विपरीत परस्थितियों का सामना कर अपनी बेटी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाई। वहीं, दो ऐसी माताएं भी सम्मानित हुईं जो अपनी दृष्टिहीन बेटियों के सपने को साकार करने के लिए संघर्ष के पथ पर आगे बढ़ रही हैं। साथ ही समारोह में एक ऐसी मां को भी सम्मान मिला जिसने अपना दूध दान कर नवजात शिशुओं की जान बचाने का काम किया। इस मौके पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने आयोजकों के इस प्रयास की सराहना करते हुए सम्मानित होने वाली सभी माताओं का अभिनंदन किया। उन्होंने माँ की भूमिका को जीवन की सबसे बड़ी शक्ति बताते हुए कहा कि माँ का कर्ज कभी नहीं चुकाया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि माँ के बाद अगर किसी को सबसे बड़ा सम्मान मिलना चाहिए तो वह शिक्षक होते हैं, जिनका नाम जीवनभर याद रहता है। समारोह में मानव मंगल ग्रुप ऑफ स्कूल्स के डॉयरेक्टर संजय सरदाना, डॉ. जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशन एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी मयंक मिश्रा भी मौजूद थे।
माधुरी सिंह को मिला मदर ऑफ द ईयर पुरस्कार
समारोह में एसओएस चिल्ड्रेन विलेज इंडिया, राजपुरा की माधुरी सिंह को मदर ऑफ द ईयर पुरस्कार दिया गया। माधुरी सिंह ने करीब 40 बेसहारा बच्चों को पौधे की तरह सींचकर छायादार वृक्ष बनाया। वह 1995 में एसओएस चिल्ड्रेन विलेज इंडिया, राजपुरा आई थीं। इन बच्चों को काबिल बनाने में उन्होंने किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ी। इनमें से उनके कुछ बच्चे देश-दुनिया में अपना मुकाम हासिल कर चुके हैं। ये बच्चे मेडिकल,आईटी और रिटेल सेक्टर में काम कर रहे हैं।
इन्हें किया सम्मानित
इस मौके पर चंडीगढ़ की सुमन और भारती, पंजाब के फाजिल्का की नवीन जसूजा, पंचकूला की रितिका सोबती, जीरकपुर की शिवानी जग्गी, हरियाणा के युमनानगर की जसविंदर कौर, पटियाला की पुष्पा देवी, मोहाली की सरबजीत कौर शामिल हैं। समारोह में एसओएस चिल्ड्रेन विलेज इंडिया, राजपुरा की माधुरी सिंह को मदर ऑफ द ईयर पुरस्कार दिया गया गया। वहीं, 18वीं पंजाब रेजिमेंट के कैप्टन शहीद रोहित कौशल की मां वीना शर्मा को भी सम्मानित किया गया।
‘बौनी गुड़िया’का विमोचन
समारोह के दौरान मयंक मिश्रा ने अपनी नई किताब ‘बौनी गुड़िया’ राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को भेंट की। मां सम्मान समारोह में मंच का संचालन उमा महाजन ने किया। ध्यान रहे कि डॉ. जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशन एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से मानव मंगल स्मार्ट स्कूल के साथ करीब 12 सालों से मदर्स डे पर सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। डॉ. मिश्रा पीयू से रिटायर हुए थे, उन्हीं की याद में उनके पुत्र मयंक मिश्रा ने इस ट्रस्ट का गठन किया गया।