प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिये स्कूल और एसो. में समझौता
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 14 जुलाई (हप्र)
प्लास्टिक अपशिष्ट के बढ़ते दुष्प्रभावों पर नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, प्रोजेक्ट डीआरओपी के क्रियान्वयन हेतु महार्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, दड़िया और इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन के बीच एक सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। यह सहमति-पत्र स्कूल के प्राचार्य डॉ. विनोद और आईपीसीए के प्रतिनिधियों द्वारा औपचारिक रूप से हस्ताक्षरित किया गया। इस सहमति के अंतर्गत प्रोजेक्ट डीआरओपी का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक अपशिष्ट के उचित संग्रहण, निष्पादन और पुनर्चक्रण हेतु एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया की स्थापना करना है। यह परियोजना पूरी तरह से नि:शुल्क होगी, जिससे स्कूल प्रबंधन पर किसी भी प्रकार का वित्तीय भार नहीं पड़ेगा। आईपीसीए हरप्रीत सिंह ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत स्कूल परिसर में एक विशेष प्लास्टिक बिन स्थापित किया जाएगा, जिसमें सभी छात्र एवं स्टाफ सदस्य अपने प्लास्टिक कचरे को डाल सकेंगे। यह एकत्रित प्लास्टिक आईपीसीए की टीम द्वारा समय-समय पर उठाया जाएगा और वैज्ञानिक तरीके से पुनर्चक्रित किया जाएगा ताकि उसका पुन: उपयोग सुनिश्चित हो सके और पर्यावरण को नुकसान से बचाया जा सके। इस जागरूकता अभियान को और अधिक प्रभावी एवं सहभागी बनाने हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
बच्चों को इस पहल में भागीदारी के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. विनोद ने इस परियोजना की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल न केवल महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल को स्वच्छ और प्लास्टिक-मुक्त बनाएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण भी स्थापित करेगी।