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PGI के योद्धाओं को सलाम: ऑपरेशन सिंदूर में बने मिसाल

विवेक शर्मा/ट्रिन्यू चंडीगढ़, 28 मई जम्मू-कश्मीर के संकटग्रस्त इलाक़े में जब हर ओर अफरा-तफरी मची थी, ज़मीन कांप रही थी और आसमान में सन्नाटा पसरा था — तब PGIMER, चंडीगढ़ की एक टीम वहां पहुंची। नायक बनकर, उम्मीद बनकर। इसी...
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विवेक शर्मा/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 28 मई

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जम्मू-कश्मीर के संकटग्रस्त इलाक़े में जब हर ओर अफरा-तफरी मची थी, ज़मीन कांप रही थी और आसमान में सन्नाटा पसरा था — तब PGIMER, चंडीगढ़ की एक टीम वहां पहुंची। नायक बनकर, उम्मीद बनकर। इसी अद्वितीय सेवा-भाव को सलाम करते हुए आज संस्थान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान ज़मीनी स्तर पर काम करने वाली अपनी टीम को सम्मानित किया।

ये मानवीय करुण का प्रमाण : प्रो विवेक लाल

PGIMER के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने समारोह की अगुवाई करते हुए कहा कि इन लोगों ने PGIMER की आत्मा को ज़िंदा कर दिखाया है। यह केवल चिकित्सा सेवा नहीं थी, यह मानवीय करुणा का प्रमाण था। इन्हें देखकर विश्वास होता है कि जब देश को ज़रूरत हो, PGIMER कभी पीछे नहीं हटता।”

जब वर्दी में फ़रिश्ते उतरे ज़मीन पर...

इस मिशन में जिन डॉक्टरों की टीम को तैनात किया गया, उन्होंने जान बचाने की हर मुमकिन कोशिश की — चोटिलों की हड्डियाँ जोड़ीं, जले ज़ख्मों पर मरहम लगाया, और फील्ड ऑपरेशनों के ज़रिए कई ज़िंदगियाँ बचाईं। इस दल में शामिल थे:

डॉ. अमित शर्मा, डॉ. स्वप्नेश साहू, डॉ. हिमांशु कांवट, डॉ. महेश जांगड़ा, डॉ. सचिन कुमार, डॉ. गोकुलकृष्णन हरि, डॉ. उदित जयंत और डॉ. सचिन सी. नायर।

तीन नर्सिंग योद्धा – साए की तरह साथ रहे

श्री नरेंद्र त्यागी, श्री रमेश कुमार और श्री कृष्ण कुमार ने न केवल मरीजों की देखभाल की, बल्कि सर्जरी के बाद भी चौबीसों घंटे उन्हें संभालने का ज़िम्मा उठाया। मरीजों के दर्द में उनका साथ राहत की तरह था।

सड़कें टूटी थीं, लेकिन हौसले नहीं

ट्रांसपोर्ट विभाग की टीम ने दुर्गम रास्तों, खराब मौसम और समय की सीमाओं के बावजूद मिशन को सफल बनाया।

सम्मानित होने वालों में शामिल थे:

श्री शिव नाथ, श्री प्रदीप कुमार (II), श्री लखवीर सिंह, श्री जसवीर सिंह, श्री राजवीर सिंह, श्री संदीप सिंह, श्री जगतार सिंह, श्री जतिंदर सिंह, श्री मलकीत और श्री गौरव कुमार।

एक अस्पताल सहायक जो बन गया आधार

श्री दर्शन सिंह ने जहां ज़रूरत पड़ी, वहां बिना थके सेवा दी — ऑपरेशनल सफ़ाई से लेकर मरीजों की व्यक्तिगत सहायता तक। उनकी भूमिका एक ‘अनदेखे हीरो’ जैसी रही।

और जब ‘सेवा’ ने धर्म का रूप ले लिया...

विश्व मानव रुहानी केंद्र से जुड़े श्री मनमोहन और श्री श्याम पासवान ने बिना किसी स्वार्थ के दिन-रात ज़रूरतमंदों की सेवा की — उन्हें सहारा दिया, ढांढस बंधाया।

PGIMER अब बनाएगा 'रैपिड मेडिकल रिस्पॉन्स टीम'

इस पूरे मिशन से मिली प्रेरणा के आधार पर PGIMER अब एक विशेष टीम तैयार कर रहा है, जो किसी भी राष्ट्रीय आपदा या संकट के समय त्वरित मेडिकल सेवा दे सके।

समारोह में डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, ट्रांसपोर्ट कर्मियों और स्वयंसेवकों को प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। तालियों की गूंज के बीच एक बात साफ़ थी —

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