रोबोटिक सर्जरी से बुज़ुर्ग महिला का सफल ऑपरेशन, युवती की फर्टिलिटी भी बचाई
चंडीगढ़, 3 जून (ट्रिन्यू)
स्त्री कैंसर (गायनी कैंसर) से पीड़ित महिलाओं के लिए उपचार की दिशा में बड़ी प्रगति देखने को मिली है। अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी, वैयक्तिकीकृत देखभाल और विशेषज्ञ टीम के समन्वय से कई जटिल मामलों में न केवल सफल इलाज हुआ, बल्कि मरीजों की जीवन गुणवत्ता भी बनी रही।
एक 84 वर्षीय महिला, जो यूटेरस कैंसर और हृदय रोग से जूझ रही थीं, का ऑपरेशन रोबोटिक तकनीक से सफलतापूर्वक किया गया। छोटे चीरे, न्यूनतम रक्तस्राव और तेज़ रिकवरी की बदौलत वह सिर्फ तीन दिनों में अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट आईं। वहीं, एक 20 वर्षीय युवती, जिसे प्रारंभिक अवस्था का दुर्लभ ओवरी कैंसर था, की फर्टिलिटी-स्पेयरिंग सर्जरी की गई। उसका गर्भाशय और दूसरी ओवरी सुरक्षित रखी गई, जिससे प्रजनन क्षमता बनी रही और कुछ समय बाद मासिक धर्म भी सामान्य हो गए।
इन मामलों का इलाज फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली में गायनी ऑन्कोलॉजी विभाग की वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. श्वेता तहलान के नेतृत्व में किया गया। डॉ. तहलान ने बताया कि यहां विश्वस्तरीय चौथी पीढ़ी की ‘दा विंची एक्स आई’ रोबोटिक तकनीक का उपयोग हो रहा है, जो ऑपरेशन को अधिक सटीक और सुरक्षित बनाती है। उन्होंने कहा कि "हम हर मरीज के कैंसर के प्रकार, स्टेज, आयु और स्वास्थ्य ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह व्यक्तिगत उपचार योजना बनाते हैं, जिससे बेहतर और टिकाऊ परिणाम सुनिश्चित हो सकें।"
एक अन्य केस में, एडवांस स्टेज ओवरी कैंसर से पीड़ित 60 वर्षीय महिला का साइटोरेडक्टिव सर्जरी के बाद हीटेड इंट्रापेरिटोनियल कीमोथेरेपी (HIPEC) से इलाज किया गया। उनकी रिकवरी तेज़ रही और इलाज के बाद कोई जटिलता सामने नहीं आई।
विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर हस्तक्षेप, तकनीकी दक्षता और अनुभव के समन्वय से स्त्री कैंसर के गंभीर मामलों में भी सकारात्मक परिणाम संभव हैं।