जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 अगस्त
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट के पहले चरण के चुनाव में टेक्नीकल एवं प्रोफेशनल की प्रिंसिपल कांस्टीचुएंसी का चुनाव परिणाम अब कोर्ट में चला गया है। पता चला है कि एक वोट को लेकर दोनों धड़ों में विवाद हो गया। भाजपा ग्रुप चाहता था कि नये बने प्रिंसिपल का वोट बने, लेकिन गोयल ग्रुप इस हक में नहीं था। प्रो. नवदीप गोयल ने बताया कि पहले तो वोट के लिये कोई अप्रूवल नहीं ली गयी, लेकिन अंतिम समय में कुलपति ने वोट बनाने को कहा।
अब वोट न डालने देने पर विवाद हो गया, जिससे मामला कोर्ट चला गया। पीयू प्रवक्ता ने बताया कि सुबह ही मतगणना हो गई थी लेकिन कोर्ट के आदेशानुसार रिजल्ट एक सीलबंद लिफाफे में कल कोर्ट में पेश किया जायेगा। इसलिये कल ही पता चल पायेगा कि इन तीन सीटों पर कौन जीता। हालांकि कैंपस में आज गुरुनानक काॅलेज आफ एजुकेशन गोपालपुर लुधियाना की प्रिंसिपल नीतू ओहरी ने जीत की खुशी में मिठाइयां भी बांट दीं। नीतू भाजपा गुट से जुड़ी बतायी जाती हैं।
स्टाफ की 3 में से 2 सीट गोयल ग्रुप के खाते में
टेक्नीकल एवं प्रोफेशनल कांस्टीचुएंसी की स्टाफ की 3 सीटों में नवदीप-अशोक गोयल ग्रुप के 2 सीनेटरों ने जीत दर्ज की जबकि भाजपा धड़े को एक सीट मिली है। तीन अगस्त को पहले चरण के चुनाव में टेक्नीकल एवं प्रोफेशनल कालेजों के प्रिंसिपलों की तीन सीटों और इन्हीं काॅलेजों के स्टाफ की तीन सीटों के लिये मतदान हुआ था। भाजपा खेमे की ओर से स्थानीय देव समाज काॅलेज आफ एजुकेशन सेक्टर-36 की प्राध्यापक नीरू मलिक एक बार फिर सीनेटर चुन ली गयी हैं। नीरू मलिक को सबसे ज्यादा 216 वोट मिले। गोयल ग्रुप के दो मैंबर सीनेटर बन गये हैं, जिनमें टेक्नीकल एवं प्रोफेशनल स्टाफ कांस्टीचुएंसी से गुरमीत सिंह (150), सुरेश कुमार (138) चुन लिये गये हैं।