PGGC-11 के युवाओं ने लिया नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण का संकल्प
चंडीगढ़, 31 मई (ट्रिन्यू)
PGGC-11 जब देश किसी आपदा का सामना करता है, तो सबसे पहले ज़रूरत होती है ऐसे लोगों की, जो न केवल प्रशिक्षित हों बल्कि सेवा-भावना से भी ओतप्रोत हों। सेक्टर-11 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज (PGGC-11) के 150 एनएसएस स्वयंसेवकों ने इस जिम्मेदारी को गंभीरता से लिया है और ‘माई भारत’ पोर्टल के ज़रिए नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण कर यह सिद्ध किया है कि वे हर चुनौती से निपटने को तैयार हैं।
यह प्रशिक्षण उन्हें आपदा प्रबंधन, राहत-बचाव कार्यों और आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देने जैसी व्यावहारिक क्षमताओं से सुसज्जित करेगा। इन संरचित मॉड्यूल्स के माध्यम से वे ऐसे कौशल अर्जित करेंगे, जो किसी भी प्राकृतिक या मानवनिर्मित आपदा में जीवनरक्षक साबित हो सकते हैं।
कॉलेज की प्राचार्य प्रो. रमा अरोड़ा और एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मोनिका दारा ने इस पहल को युवाओं की सामाजिक चेतना का प्रतीक बताया। उनके अनुसार, "जब युवा आपदा राहत कार्यों में आगे आते हैं, तो न केवल समुदाय सुरक्षित होता है, बल्कि प्रशासन को भी मजबूती मिलती है।"
यह कदम केंद्र सरकार की उस नीति के अनुरूप है, जो युवाओं को न केवल राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदार बनाना चाहती है, बल्कि उन्हें संकट की घड़ी में नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए तैयार भी कर रही है।