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एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के मरीज अब घर से ही दिखा सकेंगे रिपोर्ट

पीजीआई चंडीगढ़ का डिजिटल कदम
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विवेक शर्मा/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 14 अप्रैल

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पीजीआई चंडीगढ़ के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग से इलाज कराने वाले मरीजों को अब ओपीडी की लंबी कतारों से राहत मिलने वाली है। विभाग जल्द ही एक मोबाइल एप के जरिए ऐसी सुविधा शुरू करने जा रहा है, जिससे मरीज अपनी जांच रिपोर्ट डॉक्टर को घर बैठे दिखा सकेंगे और ऑनलाइन सलाह भी प्राप्त कर सकेंगे। एंडोक्राइनोलॉजी विभाग में बुधवार और बृहस्पतिवार को ही ओपीडी होती है। दो दिन की ओपीडी में करीब 2200-2400 मरीज जांच के लिए पहुंचते हैं। विभाग में फैकल्टी डॉक्टर, रेजिडेंट डॉक्टर, डीएम/एमसीएच और फेलो डॉक्टर्स को मिलाकर करीब 20 डॉक्टरों की टीम होती है, जो इन मरीजों की जांच करती है। मरीजों पर डॉक्टर के दो से लेकर 30 मिनट भी लग जाते हैं। एंडोक्राइनोलॉजी विभाग में डायबिटीज (टाइप 1 और 2), थायरॉयड की गड़बड़ियां, ग्रोथ हार्मोन से जुड़ी समस्याएं, हड्डियों व कैल्शियम की बीमारियां, एंडोक्राइन कैंसर और पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जैसी गंभीर हार्मोनल बीमारियों का इलाज होता है। इन रोगियों की संख्या में लगातार इज़ाफा हो रहा है।

कैसे मिलेगी सुविधा

पीजीआई एक नया मोबाइल एप लॉन्च करेगा, जिसे पुराने मरीज अपने फोन में डाउनलोड कर सकेंगे। इस एप के जरिए वे अपनी रिपोर्ट अपलोड करेंगे और ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेंगे। जैसे ही नंबर आएगा, डॉक्टर स्वयं मरीज से संपर्क करेंगे और रिपोर्ट की समीक्षा कर सलाह देंगे।

जल्द लॉन्च होगा एप

एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. संजय कुमार भडाडा ने बताया कि विभाग में हार्मोनल बीमारियों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में केवल रिपोर्ट दिखाने के लिए मरीजों को ओपीडी बुलाना अनावश्यक भीड़ बढ़ाता है। इसी को देखते हुए यह सुविधा शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि एप पर काम अंतिम चरण में है और इसे जल्द लॉन्च किया जाएगा।

मरीजों को होंगे ये बड़े फायदे

अब रिपोर्ट दिखाने के लिए सफर करने की जरूरत नहीं। घर बैठे सलाह मिल जाएगी। ओपीडी में हर दिन 1100-1200 मरीज पहुंचते हैं। नई सुविधा से यह दबाव घटेगा और डॉक्टर ज्यादा फोकस के साथ इलाज कर सकेंगे। दूर-दराज से आने वाले मरीजों को यात्रा की परेशानी से छुटकारा मिलेगा और उनका इलाज अनुभव बेहतर होगा।

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