Online Job Scam ऑनलाइन नौकरी के नाम पर 11 लाख की साइबर ठगी, चंडीगढ़ पुलिस ने दो आरोपी दबोचे
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 3 जून
Online Job Scam ऑनलाइन पार्ट-टाइम नौकरी के झांसे में एक महिला से 11 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को चंडीगढ़ पुलिस की साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई एफआईआर नंबर 41, दिनांक 19 अप्रैल 2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की नई धाराओं के अंतर्गत की गई है।
इस केस की जांच एसपी साइबर श्रीमती गीताांजलि खंडेलवाल (आईपीएस) के नेतृत्व में, डीएसपी श्री ए. वेंकटेश और थाना प्रभारी इंस्पेक्टर इरम रिज़वी के मार्गदर्शन में की गई।
गिरफ्तार आरोपी: सन्नी पुत्र ओमवीर, निवासी सिंघा देवी, नया गांव, मोहाली (उम्र 40 वर्ष)
विजय कुमार पुत्र फत्तू राम, निवासी सिंघा देवी, नया गांव, मोहाली (उम्र 43 वर्ष)
कैसे दिया गया ठगी को अंजाम
सेक्टर 11-बी निवासी स्निग्धा रेड्डी को व्हाट्सऐप पर एक अनजान नंबर से 'वर्क फ्रॉम होम' का ऑफर मिला। शुरुआत में वीडियो पर लाइक करने जैसे आसान काम दिए गए और फिर उसे टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर ₹1000 निवेश पर ₹1300 का रिटर्न दिया गया — विश्वास जमाने के लिए। धीरे-धीरे उसे अधिक पैसे लगाने के लिए उकसाया गया। इस तरह कुल ₹10,99,520 की ठगी की गई।
पुलिस जांच व खुलासे
डिजिटल साक्ष्यों और बैंक खातों की फोरेंसिक जांच में पाया गया कि सन्नी के खाते में ₹50,000 सीधे ठगी की रकम आई थी। उसने कबूल किया कि वह कमीशन पर फर्जी खाता खुलवाता था। विजय कुमार ने सन्नी को मुख्य ठग गिरोह से मिलवाया और बैंकिंग सेटअप में मदद की। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में पूरी साजिश स्वीकार की है। गिरोह का एक और मुख्य सदस्य अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह ने और भी लोगों को निशाना बनाया है। आगे और गिरफ्तारियां तथा राशि की बरामदगी की उम्मीद है।
जनता के लिए साइबर सुरक्षा सलाह
कभी भी नौकरी के लिए पैसे न दें – असली कंपनियां प्रशिक्षण या पंजीकरण के नाम पर पैसा नहीं मांगतीं।
व्हाट्सऐप और टेलीग्राम जॉब ऑफर से सावधान रहें – अनजान नंबरों से आए लिंक या ग्रुप जॉइन न करें।
कंपनी की वेबसाइट और प्रोफाइल सत्यापित करें – लिंक्डइन जैसी आधिकारिक साइट से जांचें।
अपने दस्तावेजों की गोपनीयता बनाए रखें – आधार, पैन, बैंक डिटेल किसी के साथ साझा न करें।
ठगी होने पर तुरंत शिकायत करें – हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।