अब खिलाड़ियों की ‘पौध’ तैयार करेगी नायब सरकार
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 28 फरवरी
हरियाणा के खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश सरकार ने राज्य में नयी खेल नर्सरियां स्थापित करने का निर्णय लिया है। ये नर्सरियां कॉमन वेल्थ, एशियाई और ओलंपिक खेलों के लिए होंगी। प्रदेश में अच्छे खिलाड़ियों की ‘पौध’ तैयार करने के लिए नायब सरकार ने 2025-26 के लिए ‘खेल नर्सरी योजना’ शुरू करने का ऐलान किया है। इसके तहत खेल नर्सरी खोलने के इच्छुक संस्थान 15 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं।
खेल नर्सरियां सरकारी स्कूल-कॉलेजों व अन्य संस्थानों के साथ निजी सेक्टर में भी स्थापित की जा सकेंगी। ग्राम पंचायतें भी अपने यहां खेल नर्सरी स्थापित कर सकेंगी। इसके लिए उन्हें तय शर्तों को पूरा करना होगा। खेल विभाग ने राज्यभर में 1500 खेल नर्सरियां खोलने का निर्णय लिया है। इनमें से 500 विभागीय प्रशिक्षकों द्वारा खेल परिसरों में चलाई जाएंगी। 1000 नर्सरियां सरकारी व निजी संस्थानों, संस्थाओं, अकादमियों व ग्राम पंचायतों को अलॉट होंगी।
खेल नर्सरियों का आवंटन साल में एक बार होगा। नर्सरियों का कार्यकाल पहली अप्रैल से 31 जनवरी तक रहेगा। इनमें केवल ओलंपिक, एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स ही शामिल रहेंगे। प्राइवेट सेक्टर की खेल नर्सरियों में कोच या ट्रेनर का प्रबंध संबंधित संस्थान को खुद करना होगा। इंफ्रास्ट्रक्चर, खेल उपकरणों के साथ-साथ योग्य कोच का होना अनिवार्य है।
प्रशिक्षकों के लिए शर्तें : खेल परिसरों में प्रशिक्षकों द्वारा चलाई जाने वाली नर्सरियों में कम से कम 20 खिलाड़ियों का होना अनिवार्य है। खिलाड़ियों की संख्या कम है तो इसे संबंधित प्रशिक्षक द्वारा पूरा किया जाएगा। खिलाड़ियों को दिए जा रहे प्रशिक्षण, खिलाड़ियों के प्रदर्शन व उनके द्वारा प्राप्त खेल उपलब्धियों के आधार पर विभागीय प्रशिक्षकों की ग्रेडिंग भी हेागी। उनकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में भी इसे दर्ज किया जाएगा।
ऐसे होगा चयन नर्सरियों में खिलाड़ियों के चयन के लिए भी मापदंड तय किए हैं। जिला खेल अधिकारी की निगरानी में 8 से 19 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों के चयन के लिए खेल और शारीरिक योग्यता परीक्षा होगी। प्रत्येक नर्सरी में न्यूनतम 20 तथा अधिकतम 25 खिलाड़ी होंगे। 10 खिलाड़ी वेटिंग लिस्ट में रहेंगे। एक संस्थान में अधिकतम दो खेल नर्सरियां आवंटित होंगी। खिलाड़ियों को प्रतिमाह 22 दिन हाजिर होने पर खुराक राशि मिलेगी। 8 से 14 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों को 1500 और 15 से 19 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों को 2000 रुपये मासिक खुराक भत्ते के रूप में मिलेंगे।
} ग्रास रूट पर खिलाड़ियों को अच्छी ट्रेनिंग देने के लिए सरकार ने 1500 खेल नर्सरी स्थापित करने का निर्णय लिया है। इनमें 500 नर्सरियों खेल परिसरों में और 1000 प्राइवेट सेक्टर में स्थापित की जाएंगी। खिलाड़ियों की हाजिरी और उनके प्रशिक्षण की मॉनिटरिंग के लिए फीडबैक सिस्टम रहेगा।~ -गौरव गौतम, खेल मंत्री