National Youth Parliament 2025 युवा संसद ने दिखाई लोकतंत्र की नयी राह
चंडीगढ़, 3 मार्च (ट्रिन्यू)
National Youth Parliament 2025 पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 11, चंडीगढ़ का प्रांगण लोकतांत्रिक ऊर्जा से सराबोर हो उठा, जब विजनरीज़ सोसाइटी द्वारा आयोजित नेशनल यूथ पार्लियामेंट 2025 में युवा शक्ति ने अपने विचारों की धारा बहाई। "शिक्षा और सामाजिक न्याय: राष्ट्र की प्रगति के लिए विकासात्मक नीतियां" विषय पर आधारित इस आयोजन ने देशभर के 250 से अधिक छात्रों को एक मंच दिया, जहां उन्होंने अपने तर्कों से न केवल नीति निर्माण पर असर डाला, बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को भी मजबूती से रेखांकित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान और प्रेरणादायक शपथ ग्रहण समारोह से हुई, जिसके बाद प्रतिभागियों को संसदीय प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई। मंच पर आते ही युवा प्रतिनिधियों ने एनईपी 2020, बेरोजगारी, आरक्षण नीतियां, डिजिटल इंडिया, महिला सशक्तिकरण और उच्च शिक्षा बजट जैसे ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी।
जीरो ऑवर में उठाए शिक्षा से जुड़े सवाल
जीरो ऑवर में जहां प्रतिभागियों ने शिक्षा और सामाजिक न्याय से जुड़े सवाल उठाए, वहीं प्रश्नकाल में सरकार से तीखे सवाल पूछे गए। जवाबों में ठोस तर्क थे, तो प्रतिक्रियाओं में तर्कशीलता की झलक। पूरे सत्र में लोकतंत्र का असली सार नजर आया – संवाद, असहमति और समाधान की खोज!
खास मेहमानों की मौजूदगी ने बढ़ाई शोभा
इस आयोजन में शिक्षाविदों और विशेषज्ञों की भी उपस्थिति रही। प्रो. दिनेश कुमार (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय) और डॉ. चंदन अवस्थी (उप निदेशक, आईडीसी) ने युवाओं को नीतियों के सामाजिक प्रभाव और लोकतांत्रिक प्रणाली में उनकी भूमिका के बारे में मार्गदर्शन दिया। इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन डॉ. रमा अरोड़ा, प्रिंसिपल, पी.जी.जी.सी.-11 के संरक्षण में हुआ, जबकि डॉ. मोनिका डारा ने इसे प्रभावी रूप से संचालित किया। वहीं, विजनरीज़ सोसाइटी की अध्यक्ष पालकी सिंह और उपाध्यक्ष तनिशा शर्मा के कुशल नेतृत्व ने इसे और भी यादगार बना दिया।
जब मंच पर चमके युवा सितारे
इस विचारशील आयोजन का समापन एक भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ, जिसमें युवाओं की उपलब्धियों को सराहा गया। मंच पर सम्मानित किए गए प्रतिभाशाली वक्ताओं में –
मयितरे – सर्वश्रेष्ठ वक्ता
स्कंद वत्स – उच्च प्रशंसा
अभियांश ढलता – विपक्ष के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि
केशव राणा – शासन के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि
इसके अलावा, 11 अन्य पदाधिकारियों को भी पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।